23 वरिष्ठ कांग्रेसियों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा-पार्टी में ‘टॉप टू बॉटम’ पूर्ण बदलाव की जरूरत बतायी
नई-दिल्ली।लंबे समय तक आत्ममंथन करके कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने, जिनमें 5 पूर्व मुख्यमंत्री समेत कई कार्यसमिति सदस्य भी शामिल है,ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के अंदर आमूलचूल परिवर्तन की गुजारिश की है।23 वरिष्ठ नेताओं के संयुक्त पत्र में यह स्वीकार किया गया है कि देश के युवाओं ने नरेंद्र मोदी सरकार के पक्ष में वोट किया था।भाजपा कांग्रेस से आगे बढ़ चुकी है।पत्र में उल्लेख है कि पार्टी का आधार और युवाओं को विश्वास होने की गंभीर चिंता का विषय बताया गया है।पार्टी में सुधार के एजेंडे वाले इस पत्र को करीब 15 दिन पहले भेजा गया था। इसमें पार्टी के मौजूदा नेतृत्व को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। पत्र में एक “पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्व” के की बात कही गई है।पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद, पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर; सांसद विवेक तन्खा भी शामिल हैं। एआईसीसी के पदाधिकारी और सीडब्ल्यूसी सदस्य मुकुल वासनिक के साथ ही जितिन प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, राजेंदर कौर भट्टल, एम वीरप्पा मोइली, पृथ्वीराज भवन, पी जे कुरियन, अजय सिंह, रेणुका चौधरी, और मिलिंद देवड़ा भी हस्ताक्षर करने वालों में शामिल हैं।
पूर्व पीसीसी प्रमुख राज बब्बर (यूपी), अरविंदर सिंह लवली (दिल्ली) और कौल सिंह ठाकुर (हिमाचल); वर्तमान बिहार अभियान प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह, हरियाणा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा; दिल्ली के पूर्व स्पीकर योगानंद शास्त्री और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने भी पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
पत्र में व्यापक सुधार, सत्ता के विकेंद्रीकरण, राज्य इकाइयों के सशक्तीकरण, हर स्तर पर कांग्रेस संगठन के चुनाव, ब्लॉक से सीडब्ल्यूसी और एक केंद्रीय संसदीय बोर्ड के तत्काल संविधान की मांग की गई है। पार्टी नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव में हार के एक साल बाद भी, पार्टी ने “निरंतर गिरावट” के कारणों का पता लगाने के लिए कोई “ईमानदार आत्मनिरीक्षण” नहीं किया है।