20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा पर बिहार में सियासी घमासान तेज
पटना। देश में लॉकडाउन के कारण नीचे गिरती अर्थव्यवस्था को संबल देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के नाम अपने संबोधन में 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की। इसी के साथ बिहार में सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। विपक्ष ने इसे लेकर केंद्र व राज्य सरकारों पर सवाल खड़े किए हैं तो वहीं राजग इसे स्वाग्तयोग्य कदम बताया है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है कि नरेंद्र मोदी ने 2015 में नाटकीय ढंग से बिहार के विकास के लिए 1.65 लाख करोड़ के भारी-भरकम पैकेज की घोषणा की थी। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे उस पैकेज की केंद्र से प्राप्त और खर्च धनराशि पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें या उसे लेकर एक बयान जारी करें। वहीं राजद के राज्यसभा सांसद और मुख्य प्रवक्ता मनोज झा ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता व स्वदेशी आदि की अच्छी बातें की, लेकिन इसका ब्लूप्रिंट क्या है, यह नहीं बताया। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि प्रधानमंत्री ने बहुत संदेश दिए। उनमें कुछ अच्छे संदेश भी थे, लेकिन वे हमारे देश के 70 फीसद लोगों की जिंदगी में कैसे बदलाव लाएंगे, उससे कोई संबंध नहीं था। वहीं अन्य विपक्षी दलों में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रधान महासचिव माधव आनंद ने कहा कि प्रधानमंत्री एक तरफ देश को आत्मनिर्भर बनाने की बात कर रहे हैं, लेकिन बिहार कब आत्मनिर्भर बनेगा? प्रधानमंत्री बिहार को 1.50 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज दें। बिहार को उनसे बहुत उम्मीद है। तो जन अधिकारी पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री के 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज पर सवाल उठाए हैं।
उधर, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल प्रधानमंत्री की घोषणा के समर्थन में खड़े दिखे। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने प्रधानमंत्री के पैकेज का स्वागत किया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह व बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने भी इसका स्वागत किया है। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी कहा है कि केंद्र की इस पहल से देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ेगा।