पटना में 13 वर्षीय नाबालिक से रेप, दो युवकों ने बनाया हवस का शिकार, मामला दर्ज

पटना। दुल्हिन बाजार इलाके में एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार (गैंगरेप) की घटना सामने आई है। यह जघन्य अपराध 28 अप्रैल की रात को अंजाम दिया गया, जब पीड़िता के माता-पिता अपनी किराना दुकान पर काम कर रहे थे। इस दौरान दो युवकों ने लड़की को अकेला पाकर उसके साथ दरिंदगी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन दोनों अभी भी फरार हैं। इस घटना से पहले, 25 अप्रैल को पीड़िता के परिवार और आरोपियों के बीच किराना दुकान को लेकर विवाद हुआ था। इस झगड़े के बाद पुलिस ने एक पक्ष के दो लोगों को हिरासत में ले लिया था। हालांकि, तीन दिन बाद ही दूसरे पक्ष के युवकों ने पीड़िता के साथ बदला लेने के इरादे से यह जघन्य अपराध किया। पीड़िता की मां ने 28 अप्रैल की रात पुलिस को सूचना दी कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया है। दुल्हिन बाजार थानाध्यक्ष भृगुनाथ सिंह के अनुसार, तुरंत मामला दर्ज कर लड़की को मेडिकल जांच के लिए पटना के पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल) भेजा गया। पुलिस ने आरोपियों के परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं। यह घटना न केवल पटना बल्कि पूरे देश में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ बढ़ते यौन अपराधों की ओर इशारा करती है। भारतीय कानून के तहत, नाबालिग के साथ बलात्कार एक गंभीर अपराध है, जिसमें आरोपियों को उम्रकैद या फांसी तक की सजा हो सकती है। पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत इस मामले में सख्त कार्रवाई की उम्मीद है। इस घटना के बाद सवाल उठता है कि क्या पुलिस और प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहा? क्या विवाद के बाद पीड़िता के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई? अक्सर देखा गया है कि ऐसे मामलों में आरोपी पहले से ही पीड़िता के परिवार से दुश्मनी रखते हैं, लेकिन पुलिस सक्रिय निगरानी नहीं कर पाती। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए शर्मनाक है। ऐसे मामलों में त्वरित न्याय और कड़ी सजा ही भविष्य में ऐसे अपराधों को रोक सकती है। सरकार और पुलिस को महिलाओं की सुरक्षा के लिए और सख्त कदम उठाने होंगे, ताकि कोई भी दरिंदा कानून से बच न सके।