नीतीश कैबिनेट की मीटिंग मे 12 एजेंडे पर मुहर लगी, दक्षिण और उत्तर बिहार को जोड़ने के लिए 61 किलोमीटर लंबी बनेगी सड़क
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का नाम बदला गया, अधिसूचना जारी
- बिहार में अब विधायक पांच सालों में 20 करोड़ की योजना की करेंगे अनुशंसा
पटना। मंगलवार को बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक बुलाई गई। वही इस कैबिनेट बैठक के लिए सभी संबंधित विभागों को पत्र के माध्यम से सूचित कर दिया गया था। जानकारी के मुताबिक, सीएम नीतीश की कैबिनेट बैठक में कुल 12 प्रस्तावों पर मोहर लगाई गई है। इन सभी 12 प्रस्तावों में सबसे अहम प्रस्ताव विधायकों और विधान पार्षदों के फंड से जुड़ा हुआ है। वही नीतीश कैबिनेट की सबसे खास बात यह रही कि विधायकों-विधान पार्षदों को हर साल मिलने वाले फंड में बढ़ोतरी कर दी गई है। अब सभी विधायकों को हर साल 4 करोड़ रू की योजनाओं की अनुशंसा कर सकेंगे। अब तक सभी विधायक-विधान पार्षद 3 करोड़ तक की योजनाओं की अनुशंसा करते थे। नीतीश सरकार ने कहा है कि वित्तीय वर्ष 2018-19 से प्रति विधान मंडल सदस्य हर साल 3 करोड़ की सीमा तक योजनाओं की अनुशंसा करते थे। लेकिन निर्माण सामाग्री में बढ़ोतरी की वजह से पूर्व के प्रावधान में बदलाव किया जा रहा है। अब मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 से प्रति विधानमंडल सदस्य हर साल 4 करोड़ रू की सीमा तक योजनाओं की अनुशंसा कर सकते हैं।
दक्षिण और उत्तर बिहार को जोड़ने के लिए 61 किलोमीटर लंबी बनेगी सड़क
वही इसके साथ-साथ नीतीश सरकार ने उत्तर से दक्षिण बिहार को जोड़ने के लिए 61 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण को मंजूरी दे दी है। जानकारी के मुताबिक, दक्षिण और उत्तर बिहार के कुल 61 किमी सड़क निर्माण को लेकर 234 करोड़ 30 लाख रू की स्वीकृति दी गई है।
दरभंगा मेडिल कॉलेज अस्पताल 2500 बेड का होगा
वही दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को 2500 बेड का बनाया जाएगा। पूर्व से 400 बेड के सर्जिकल ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है। शेष 2100 बेड के भवन का निर्माण किया जाएगा। वही इसके लिए 2546 करोड़ 41 लाख रुपए खर्च होंगे। इस राशि से भवन निर्माण के साथ-साथ उपकरणों की खरीद एवं 5 साल तक के लिए रखरखाव होगा।