हंगामेदार रहा बजट सत्र का चौथा दिन : वृद्धा पेंशन पर राजद व लेफ्ट का सदन में हंगामा, थानेदार ने की पत्रकारों के साथ बदसलूकी
पटना। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के चौथे दिन भी विधानसभा-विधान परिषद की कार्यवाही हंगामेदार रही। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के विधायकों ने विधानसभा में वृद्धा पेंशन को लेकर दिए जा रहे जवाब के दौरान जमकर हंगामा किया। उधर, विधान परिषद में भी जमकर हंगामा हुआ, भाजपा एमएलसी संजय मयूख ने राहुल गांधी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया। विधान परिषद के बाहर संजय मयूख ने कहा कि राहुल गांधी ने उत्तर भारतीयों के खिलाफ त्रिवेंद्रम की सभा में अपमानजनक टिप्पणी की है। विधानसभा में सभी विधायकों से जीवन परिचय मांगा गया है। सभी के जीवन परिचय पर पुस्तक प्रकाशित की जाएगी।
मंत्री मदन सहनी के इस्तीफे की मांग पर विपक्ष अड़ा
सामाजिक कल्याण मंत्री मदन सहनी ने विधानसभा में कहा कि वृद्धा पेंशन की राशि नकद मिलने की वजह से पहले विपक्ष के विधायक कमीशन का काम करते थे, अब सीधे खाते में राशि जाती है। जिससे कुछ लोगों को दिक्कत हो रही है। इसके बाद सदन में राजद विधायक और वाम दलों के विधायक ने ‘मदन सहनी चोर है’ की नारेबाजी करने लगे। फिर वेल में आकर हंगामा करने लगे। मदन सहनी के इस्तीफे की मांग पर विपक्ष अड़ा रहा। इस पर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी को खेद जतानी पड़ी। विजय चौधरी ने कहा कि सदन में कोई नेता किसी को आहत करने की मंशा नहीं रखते हैं, यदि किसी की भावना आहत होती है तो हमलोग और सरकार को खेद है। इसके बावजूद विपक्ष के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करते रहे। इसके बाद विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने गुरुवार 11 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।
थानेदार ने पत्रकारों के साथ की बदसलूकी
विधानमंडल परिसर में सीएम नीतीश के आने से पहले सुरक्षा में शामिल सचिवालय थानाध्यक्ष चंद्रशेखर प्रसाद ने पत्रकारों से बदसलूकी की, जिसके बाद भाकपा माले के विधायक महबूब आलम ने हंगामा किया। वे जमीन पर लेट गए और प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र की हत्या नहीं होने दे सकते हैं। वहीं थाना प्रभारी चंद्रशेखर प्रसाद ने कहा कि उन्होंने पत्रकारों को सिर्फ हटने के लिए कहा था।
दागी मंत्रियों को बर्खास्त करने की उठी मांग
कार्यवाही शुरू होते ही वाम दलों के विधायक वेल के पास पहुंच कर नारेबाजी करने लगे। उन्होंने नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल दागी मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कैबिनेट में कई मंत्री पर संगीन आरोप है। उन्हें तत्काल सरकार को बर्खास्त करना चाहिए। इससे पहले विधानसभा के गेट पर राजद विधायकों ने रोजगार को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं, वाम दलों के विधायक भी कई तरह के पोस्टर लेकर विधानमंडल परिसर पहुंचे।
श्रमिकों को रोजगार देने पर सवाल
कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम ने श्रमिकों को रोजगार देने का मामला उठाया। उन्होंने सवाल पूछा कि कोरोना के दौरान बिहार के बाहर से लौटे श्रमिकों को रोजगार देने का निर्णय लिया गया है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में आए मजदूरों को रोजगार नहीं मिला है। इसके जवाब में श्रम मंत्री जिवेश मिश्रा ने कहा कि 3 लाख 23 हजार मजदूरों को रोजगार मिला है। इस दौरान जिवेश मिश्रा ने कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम को भाजपा में आने का न्योता दे दिया। उन्होंने गलती से मुरारी गौतम को मंत्री भी कह दिया।
मंत्री जयंत राज पर सदन में गलत जवाब देने का लगाया आरोप
विधानसभा में राजद विधायक ललित यादव ने ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज पर सदन में गलत जवाब देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सवाल प्रोडक्शन वाल के निर्माण को लेकर किया गया। लेकिन जवाब सड़क का दिया जा रहा है। मंत्री जयंत राज के जवाब पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आयी। हंगामा बढ़ता देख मंत्री जयंत राज के समर्थन में मंत्री श्रवण कुमार समेत कई मंत्री विपक्षी विधायकों पर आरोप लगाए। नंदकिशोर यादव ने कहा कि सारा उत्तर सही तरीके से दिया जा रहा है, लेकिन विरोधी जवाब सुनना नहीं चाहते हैं। वहीं मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मंत्री भी पहली बार जीत कर आये हैं और पहली बार ही विधायक बने हैं। विपक्ष के सदस्यों को जवाब सुनना चाहिए। नए और पुराने सदस्यों के बीच हंगामा बढ़ता देख विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि नए सदस्य सीनियर सदस्यों की तरह बार-बार खड़े होकर नहीं बोलें।
भाजपा विधायक के बयान पर पलटवार
प्रजनन दर पर बीते मंगलवार को भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर के बयान पर राजद विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन ने सदन में कहा कि इस तरह की बातें करना इनका धंधा है। हिंदुस्तान की मिट्टी में सभी का खून शामिल है। किसी के बाप का यह देश नहीं है। मधुबनी बिस्फी से विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा था कि हिंदू परिवारों में तो प्रजनन दर कम हुआ है, लेकिन मुसलमानों में नहीं हुआ है।
कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाने के लिए कृषि कानून
विधानसभा के बाहर राजद विधायक रीतलाल यादव ने कहा कि मुख्य मुद्दा किसानों का है। कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाने के लिए कृषि कानून लाई गई है। कोरोना के दौरान कई कंपनियों को नुकसान पहुंचा है। उसको कृषि कानून के जरिए फायदा पहुंचाने की कोशिश है। हमलोगों के अनाज को कम दाम पर लिया जाता है, इसके बाद कॉरपोरेट कंपनियां उसे दोगुना करके बेचती हैं। बिहार में हर दिन 2000-2200 लोग खेती-बाड़ी छोड़कर मजदूरी के लिए शहर जाना चाह रहे हैं।