सीवान की 8 सीटों में से 2 भाजपा और 6 महागठबंधन के पाले में, देखें किसे-किसने दिया मात
सीवान। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है। परिणाम देर रात तक आने का अनुमान है। लेकिन इस बीच महागठबंधन के लिए राहत वाली खबर है कि बिहार के सीवान जिले की 8 सीटों में से 6 पर महागठबंधन ने विजय पताका लहराया है और सिर्फ दो सीट ही एनडीए की खाते में गई है। सीवान की कुल 8 सीटों में से 2 भाजपा, 2 माले और चार राजद की खाते में गई है।
सीवान सदर विधानसभा क्षेत्र में दो समधी आरजेडी के अवध बिहार चौधरी और भाजपा के ओमप्रकाश यादव के बीच कड़ा मुकाबला था। चौधरी ने सीवान से दो बार सांसद रहे बीजेपी के ओमप्रकाश यादव को मात दी है। इस बार सीवान सीट से बीजेपी ने सीटिंग विधायक व्यासदेव प्रसाद को टिकट काटकर ओमप्रकाश को उम्मीदवार बनाया था। हालांकि उन्हें जनता ने नकार दिया है। वहीं अवध बिहारी चौधरी लालू-राबड़ी सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
दरौंदा विधानसभा सीट से बीजेपी के कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह को जीत मिली है। उन्होंने माले के बड़े नेता अमरनाथ यादव को हराया है। यहां से पहले कविता सिंह विधायक हुआ करती थीं, जो अब सीवान की सांसद हैं।
गोरयाकोठी विधानसभा से बीजेपी के देवेशकांत सिंह ने परचम हराया है। उन्होंने आरजेडी की नूतन देवी को मात दिया है।
महाराजगंज से कांग्रेस के दिग्गज नेता विजयशंकर दुबे विजयी हुए हैं। दुबे ने जेडीयू के हेमनारायण साह को हराया है। पार्टी ने इस बार विजय शंकर दुबे को रघुनाथपुर की बजाय महराजगंज से अपना उम्मीदवार बनाया था और वे जीतने में कामयाब रहे हैं।
जीरादेई विधानसभा क्षेत्र से माले के अमरजीत कुशवाहा को जीत मिली है। अमरजीत कुशवाहा ने जेडीयू की कमला कुशवाहा को हराया है। पिछले चुनाव में यहां से जेडीयू के रमेश सिंह कुशवाहा को जीत मिली थी। पार्टी ने दो बार के विधायक रमेश सिंह कुशवाहा का इस बार टिकट काटकर कमला कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया था। इससे नाराज होकर रमेश सिंह अमरजीत कुशवाहा के साथ घूम-घूम पर कमला को हराने के लिए प्रचार करने लगे। बता दें कि रमेश सिंह कुशवाहा भी माले में रह चुके हैं और बाद में जेडीयू में शामिल हुए थे। यहां से एलजेपी के विनोद तिवारी भी मैदान में थे।
दरौली (सुरक्षित) विधानसभा से लगातार दूसरी बार माले के सत्यदेव राम जीतने में कामयाब हुए हैं। सत्यदेव राम ने पूर्व विधायक और बीजेपी उम्मीदवार रामायण मांझी को हराया है। 2015 में भी इस सीट से माले के सत्यदेव राम को जीत मिली थी। वहीं रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी के हरिशंकर यादव जीत गए हैं। उन्होंने एलजेपी के मनोज कुमार सिंह को मात दी है। मनोज सिंह सीवान बीजेपी के अध्यक्ष हुआ करते थे। चुनाव से पहले उन्होंने चिराग पासवान की पार्टी का दामन थाम लिया और दूसरे नंबर पर रहे।
बड़हरिया विधानसभा सीट से जेडीयू के श्याम बहादुर सिंह चुनाव हार गए हैं। उन्हें आरजेडी के बच्चा पांडेय ने मात दी है। बता दें कि श्याम बहादुर अपने अलग अंदाज के लिए मशहूर हैं। वे बड़हरिया से दो बार विधायक रह चुके थे और उससे पहले 2005 में जीरादेई सीट से जीत हासिल की थी। लेकिन वे जीत का चौका नहीं लगा सके।