फूल एक्टिव मोड में हैं सीएम नीतीश, पटना रिंग रोड और निर्माणाधीन कच्ची दरगाह-बिदुपुर गंगा पुल का किया निरीक्षण
निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कुछ दिनों में लगने जा रहे चुनाव आचार संहिता को देखते हुए थोक भाव में पुल, पुलियों, सड़क, विद्यालय के समेत अन्य योजनाओं-परियोजनाओं को उद्घाटन व शिलान्यास किया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री इन दिनों परियोजनाओं को लगातार निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दे रहे हैं। कुल मिलाकर बात करें तो नीतीश कुमार फूल एक्टिव मोड में हैं। सीएम नीतीश मंगलवार को भी दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं पटना रिंग रोड परियोजना एवं निर्माणाधीन कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने पटना रिंग रोड परियोजना के कन्हौली से अजमा तक निर्माणाधीन पथ का अवलोकन किया और पटना रिंग रोड के कार्यों की समीक्षा भी की। पटना रिंग रोड 137 किलोमीटर लंबा है, जो लगभग 15,000 करोड़ की लागत से बन रही है, जो राज्य एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से बन रही है। इस परियोजना में गंगा नदी पर दो पुल एवं 6-लेन सड़क बनायी जानी है।
उल्लेखनीय है कि बिहटा-सरमेरा, राज्य उच्च पथ सं.-78 की कुल लंबाई 95 किलोमीटर है। इसके शुरूआती 39 किलोमीटर में कन्हौली से लेकर रामनगर तक पटना रिंग रोड के दक्षिणी हिस्से का निर्माण होना है। राज्य सरकार द्वारा इस हिस्से के कन्हौली से डुमरी तक पथ को 10 मीटर चौड़ा बनाया जा रहा है, जिसमें सदीसोपुर और डुमरी में आरओबी का निर्माण किया जा रहा है। पटना रिंग रोड के पैकेज-1 कन्हौली से रामनगर तक 39 किमी लंबा अतिरिक्त 6-लेन रोड एनएचएआई द्वारा बनाया जायेगा। इस प्रकार कन्हौली से रामनगर तक 8 लेन एनएचएआई चौड़ा पथ बनेगा। कन्हौली से रामनगर तक 39 किमी लंबे 6-लेन पथ निर्माण के लिए निविदा जारी की गयी है, जिसमें 7 निविदाएं प्राप्त हुई हंै, इसका शीघ्र निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। इस प्रकार कन्हौली से रामनगर 38 किलोमीटर लंबा 8-लेन चौड़ा पथ दो साल में बनकर तैयार हो जायेगा।
सीएम नीतीश ने निरीक्षण के क्रम में निर्माण कार्य में और तेजी लाने एवं अवशेष लंबाई में भू-अर्जन को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि पटना रिंग रोड जिस-जिस स्थान पर एनएच या एसएच से मिलेगा, उन सभी स्थानों पर रिंग रोड को एलिवेट करके बनाया जाए ताकि जाम की समस्या नहीं रहे। इन सभी जंक्शनों पर फ्लाईओवर बनाने का भी निर्देश दिया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने अजमा ग्राम के ग्रामवासियों से बातचीत की, उनकी समस्याओं को सुना तथा इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद ग्रामीणों से कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनने की अपील की।
इस दौरान मुख्यमंत्री कच्ची दरगाह-विदुपुर, 6-लेन पुल का भी निरीक्षण करने पहुंचे। सबलपुर में निर्माणाधीन कार्यों को मुख्यमंत्री ने देखा। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि लगभग तीन हजार से अधिक मजदूर वहां कार्यरत हैं एवं सभी 67 पायों में कार्य चल रहा है। संपूर्ण 19.5 किमी पथांश में भूमि की उपलब्धता करा दी गई है। दिसम्बर 2021 तक इसे पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। सीएम ने निरीक्षण के क्रम में निर्देश देते हुए कहा कि उत्तरी छोर से इस पथ को वैशाली तक जोड़ा जाये, साथ ही पूर्व की ओर ताजपुर तक जोड़ा जाए ताकि बख्तियारपुर-ताजपुर परियोजना से भी इसका संपर्क हो सके। उन्होंने कहा कि वैशाली तक संपर्कता हो जाने से पर्यटकों को सहूलियत होेगी।
निरीक्षण के दौरान पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग अमृत लाल मीणा, सचिव परिवहन संजय कुमार अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक पटना रेंज संजय सिंह, जिलाधिकारी कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य अधिकारी व वरीय अभियंता मौजूद थे।