सीएम नीतीश और तेजस्वी यादव के मुलाकात को लेकर बिहार में चर्चा गर्म, नीतीश को मिल रहा ये आफर

पटना। एनआरसी और एनपीआर का प्रस्ताव बिहार विधानसभा से सर्वसम्मति से पारित होने के बाद विपक्ष ने सपना देखना शुरू कर दिया है। महागठबंधन के नेताओं ने एक तरफ जहां नीतीश कुमार को महागठंबधन में शामिल होने का आॅफर दिया है तो वहीं राजद नेता राबड़ी देवी ने साफ कहा है कि अब हमारा मन डोलने वाला नहीं है। वहीं भाजपा के विधान पार्षद संजय पासवान ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से एनआरसी, एनपीआर और सीएए के पक्ष में है। यह देश के गरीबों के लिए जरूरी है। हो सकता है कि नीतीश कुमार ने एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के पहले भाजपा के बड़े नेताओं से राय मशविरा कर लिया होगा। गौरतलब है कि मंगलवार को विधानसभा में एनआरसी और एनपीआर का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो चुका है। साथ ही सीएम नीतीश और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के मुलाकात को लेकर अंदरखाने में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी है। साथ ही विपक्षी नेता अपने-अपने तरीके से नीतीश को बधाई दे रहे हैं तो काई आफर दे रहा है।
हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री का स्टैंड ठीक है। उन्होंने सोच समझकर यह कदम उठाया है। महागठबंधन में जदयू के आने की बात अलग है, लेकिन मैं पहले से आग्रह करता रहा हूं कि मुख्यमंत्री जी आप एनडीए छोड़ें और महागठबंधन में आ जाएं। उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद पहले ऐसा बोल चुके हैं। मांझी ने कहा कि महागठबंधन की कोआॅर्डिनेशन कमिटी तय करेगी कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। लेकिन वर्तमान समय में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार से बढ़िया चेहरा कोई नहीं है। कहा कि नीतीश कुमार जब भी महागठबंधन में आएं तो उनका स्वागत है। वहीं तेजस्वी और नीतीश कुमार के मुलाकात पर राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार से तो मैंने भी शिष्टाचार मुलाकात की थी। विधानमंडल के सत्र के दौरान ऐसी मुलाकातें तो होती ही रहती है। ऐसा कहकर राबड़ी ने नीतीश के महागठबंधन में शामिल होने की संभावनाओं पर विराम लगा दिया है। राजद विधायक डॉक्टर नवाज आलम ने कहा कि नीतीश कुमार का एनडीए में दम घुट रहा है। इसलिए वह चाहते हैं कि जल्दी से निजात मिले। कांग्रेस विधायक अवधेश सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार सेक्यूलर नेता हैं, उनसे कोई परहेज नहीं है। मंगलवार को तेजस्वी यादव और हमारे साथ नीतीश जी की मुलाकात हुई थी, वो पहली कड़ी है। राजनीति में कुछ भी संभव है। वहीं भाजपा के विधान पार्षद संजय पासवान ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से एनआरसी, एनपीआर और सीएए के पक्ष में है। यह देश के गरीबों के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के पहले भाजपा के बड़े नेताओं से राय मशविरा कर लिया होगा, फिर भी मैं व्यक्तिगत रूप से एनआरसी, एनपीआर और सीएए का प्रबल पक्षधर रहूंगा।
