संसाधनों की कमी से जूझ रहा है पटना नगर निगम, केमिकल के अभाव में नहीं हो रही फॉगिंग
पटना। कोरोना वायरस को लेकर बिहार में अलर्ट जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए उच्चस्तरीय सफाई व्यवस्था रखने की सलाह दी है। आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश प्रवक्ता अमर यादव ने कहा कि पटना शहर की आबादी लगभग 16 लाख है। ऐसे में पटना शहर को साफ रखने का जिम्मा नगर निगम का है। लेकिन कोरोना वायरस को लेकर निगम ज्यादा सक्रिय नहीं दिख रही है। निगम के पास संसाधनों का अभाव है। ऐसी स्थिति में निगम कोरोना से कैसे निपटेगा।
वहीं पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी बबलू प्रकाश ने कहा कि पार्टी के नेता प्रदेश सचिव श्रीवत्स पुरुषोत्तम, ई. उमा शंकर, विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष सुयश कुमार ज्योति एवं युवा उपाध्यक्ष आदि मेहता के साथ पटना नगर निगम के 48, 47, 41, 42, 50, 51 सहित कई वार्डो का दौरा किया। इस क्रम में नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी से बातचीत की। उन्होंने बताया कि निगम के पास फॉगिंग कराने का केमिकल नहीं है। इंद्रदीप ने कहा कि उन्होंने नगर आयुक्त को सूचित किया है, लेकिन अभी तक स्टॉक में केमिकल नहीं है।
बबलू ने बताया कि बांकीपुर अंचल कार्यालय में फॉगिंग कराने वाली मशीन खड़ी है। केमिकल खत्म होने के बावजूद भी पटना नगर निगम का दावा है कि कोरोना को लेकर निगम प्रशासन सावधानी बरत रहा है। आप नेताओं ने कहा कि निगम प्रशासन भले ही लाख दावा कर रहा है कि शहर में फॉगिंग के साथ लार्वा मारने के लिए छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन निगम प्रशासन के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। वहीं सफाई कर्मचारियों ने जानकारी दी है कि पटना नगर निगम अपने सफाई कर्मियों की सुरक्षा को लेकर के लिए निगम सजग नही है। उनके बीच अब तक मास्क का वितरण नहीं किया गया है।
वहीं सुयश कुमार ज्योति उर्फ राजा ने बताया कि वार्ड 51 के चौधरी टोला स्थित राजकीय मध्य विद्यालय की गेट के मुहाने पर कचड़ा का अंबार लगा रहता है। स्कूल प्रशासन ने कूड़ा पॉइंट को हटाने को लेकर कई बार निगम प्रशासन से गुहार लगा चुका है। लेकिन निगम ने इस मामले को लेकर सुस्ती बरत रखी है। सरकारी उदासीनता और संसाधनों का अभाव साफ तौर पर देखा जा रहा है। जिसका खामियाजा पटनावासियों को भुगतना पड़ सकता है।