शर्मनाक : पटना में पति के सामने सौतेले बेटों ने महिला की इज्जत लूटने की कोशिश, पुलिस कार्रवाई के नाम पर कर रही टालमटोल
फुलवारी शरीफ। इंसानी रिश्तों और मर्यादाओं को ताक पर रखकर कुछ लोगों की बहशियाना हरकतों से पूरा समाज शर्मशार होता है। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को राजधानी पटना से सटे परसा बाजार थाना क्षेत्र के मंगलीचक में प्रकाश में आया है। जहां दो सौतेले बेटों ने पति के सामने ही मारपीट कर महिला की आबरू लूटने की कोशिश की। महिला के शोर मचाने पर स्थानीय लोग जुटे तो इज्जत तार-तार होने से बची। वहीं न्याय की आस लगाए पीड़ित महिला परसा बाजार थाना पहुंची और आवेदन दिया। महिला का आरोप है कि उसी थाने में उसके चचेरे ससुर दफादार हैं, जिससे उसकी मदद पुलिस नहीं कर रही है और न ही सौतेले बेटों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई कर रही है।
पीड़ित महिला ने आवेदन में कहा है कि परसा बाजार थाना क्षेत्र के मंगलीचक में मनोज पासवान की पहली पत्नी ट्रेन से कटकर मर गई थी, उससे दो बेटे राहुल और गौतम है। उसके बाद उसने दो शादियां की, लेकिन मारपीट व प्रताड़ना से दोनों भाग गई। मनोज ने फिर चौथी शादी नालंदा जिला के नगरनौसा थाना क्षेत्र के कैला गांव निवासी स्व. रूदल पासवान की बेटी रूबी देवी से साल 2008 में की। शादी के कुछ दिनों बाद रूबी देवी के साथ भी प्रताड़ना का दौर शुरू हो गया। इस बीच रूबी देवी गर्भवती हो गयी तो उसकी ननद कारी देवी और सास शांति देवी ने मारपीट की। इतना ही नहीं ननद कारी देवी ने महिला के निजी अंग में बेलन कर दिया और गर्भ में ही बच्चे को मारने का असफल प्रयास किया। सास शांति देवी गर्भपात कराने का दबाव देने लगी, लेकिन वह नहीं मानी। इस बीच किसी तरह जिंदगी चलती रही और रूबी देवी को बेटा हुआ। करीब दो साल पहले पीड़ित महिला रूबी देवी को सौतेला बेटा राहुल ने कहा कि उसके साथ सोना पड़ेगा, तब ही उसे घर में रहने देगा लेकिन जब उसके साथ नाजायज रिश्ता से इनकार कर दी तो मारपीट करते हुए कई बार जबरदस्ती की कोशिश भी की। मारपीट और इज्जत बचाने की खातिर महिला दो साल से अपने मायके नगरनौसा के कैला गांव में रह रही थी लेकिन उसका बेटा बड़ा होने लगा तो पिता को खोजने लगा। रूबी देवी 9 साल के बेटे प्रशांत को मायके में छोड़कर मंगलवार को मंगलीचक अपने ससुराल पहुंची, जहां उसे देखते ही पति मनोज पासवान, सौतेला बेटा राहुल, गौतम और राहुल की पत्नी ने मिलकर मारपीट करनी शुरू कर दी। रूबी देवी ने बताया कि उसके साथ मारपीट करते हुए शरीर के अंगों के साथ छेड़छाड़ कर इज्जत लूटने का असफल प्रयास भी किया लेकिन कुछ ग्रामीणों के जमा होने पर उसकी इज्जत बची।
रुबी देवी ने आगे बताया कि इसके बाद बारिश के बीच परसा बाजार थाना पहुंची, जहां आवेदन देने के बाद पुलिस ने घंटो टरकाए रखा। इतना ही नहीं, महिला को पुलिस ने थाना के बाहर मंदिर में बैठने को कह पल्ला झाड़ लिया। पीड़ित महिला का आरोप है कि उसके चचेरे ससुर श्याम नारायण पासवान परसा थाना के दफादार हैं, जिसे लेकर पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही है। पीड़िता का आरोप है कि उसकी इज्जत लूटने का प्रयास और मारपीट करने वाले पति और दोनों सौतेले बेटे घर में ही है लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने नहीं गई। हालांकि मीडिया के संज्ञान में आने के बाद थानेदार संजय प्रसाद ने कहा कि मामले को देखते हैं, अभी दूसरे काम में लगे हुए हैं।