February 23, 2025

वैज्ञानिक जागरूकता शिविर : स्पाइन सर्जरी से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं

फुलवारी शरीफ। नगर के अनेक विशेषज्ञ चिकित्सकों के सहयोग से शनिवार को बेउर स्थित इंडियन इंस्टिच्यूट आफ हेल्थ एडूकेशन एंड रिसर्च में नि:शुल्क स्वास्थ्य जागरूकता एवं जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें कैंसर, मनोरोग, अस्थि रोग समेत स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्याओं के विषय में विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा तकनीकी जानकारी दी गई तथा तीन सौ से अधिक छात्र-छात्राओं एवं अन्य मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई तथा रोगियों को नि:शुल्क दवाईयां भी उपलब्ध कराई गई।
शिविर का उद्घाटन करते हुए संस्थान के निदेशक प्रमुख डॉ. अनिल सुलभ ने कहा कि इस तरह के वैज्ञानिक जागरूकता शिविर का इस रूप में बड़ा लाभ है कि इससे चिकित्सा विज्ञान से जुड़े छात्रगण ही नहीं, आम नागरिक भी बहुत हद तक रोगों की समस्या को जड़ से समझ पाते हैं। ऐसे शिविरों से मरीजों को सीधा लाभ तो मिलता ही है, जीवन को गुणवत्तापूर्ण, मूल्यवान और निरोग बनाने का ज्ञान भी मिलता है।
वहीं सुप्रसिद्ध स्पाइन सर्जन डॉ. गौतम आर प्रसाद ने कहा कि स्पाइन सर्जरी से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। विकसित तकनीक से आज स्पाइन की शल्य चिकित्सा भी सहज और सरल हो गई है। इसलिए रीढ़ की हड्डी में किसी शिकायत को नजरअंदाज न करते हुए चिकित्सक के परामर्श पर इसकी सर्जरी कराने में घबड़ाएं नहीं।
प्रसिद्ध अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि जागरूक रहने से हम अनेक प्रकार के अस्थि रोगों से बचे रह सकते हैं। इस संबंध में सामान्य ज्ञान से विकलांगता से भी बचा जा सकता है और विकलांग जनों के पुनर्वास में भी यह ज्ञान सहायक सिद्ध होता है। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रामसागर राय ने भी अपना वैज्ञानिक पत्र प्रस्तुत करते हुए हृदय रोग से बचाव के संबंध में जानकारी दी तथा बताया कि संतुलित और नियंत्रित आहार के साथ व्यायाम और प्राणायाम को नियमित दिनचर्या में सम्मिलित कर इस घातक बीमारी को काफी हद तक रोका जा सकता है।
वहीं चर्चित मनोरोग और पुनर्वास विशेषज्ञ डॉ. नीरज कुमार वेदपुरिया ने कहा कि तन के साथ मन के स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए क्योंकि मानव शरीर पर उसके मन का गहरा प्रभाव पड़ता है। मन की अस्वस्थता की स्थिति में जीवन अत्यंत हेय हो जाता है। इस अवसर पर संस्थान के विशेष शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. कपिल मुनि दूबे, डॉ. अनूप कुमार गुप्ता, अभिजीत पांडेय, डॉ नवनीत कुमार तथा डॉ. खालिद अंजुम खान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मंच का संचालन संतोष कुमार सिंह ने किया।

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