विनाशकारी बाढ़ का कहर : चंद सेकेंड में उफनती नदी में समाया पक्का मकान
छपरा। बिहार का सारण जिला विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ की तेज धार ने कईयों की जान ले चुकी है, वहीं कईयों का सबकुछ छीन लिया है। जिले के तरैया प्रखंड से होकर बहने वाली उफनती मही नदी ने पचरौर बाजार के बिंदेश्वरी सिंह कुशवाहा का सब कुछ छीन लिया। उनका पक्का मकान चंद सेकेंड में धरासायी होकर नदी के धारा में समा गया। बिंदेश्वरी घर की दूसरी मंजिल बना रहे थे। काम पूरा होता इससे पहले ही मकान गिर गया।
पेशे से राजमिस्त्री बिंदेश्वरी ने कई वर्षों तक मेहनत कर पक्का मकान बनाया था। वह अपने घर का दूसरा फ्लोर बना रहे थे तभी विनाशकारी बाढ़ आ गई। मकान मही नदी के पास था। इस साल नदी की धारा बदली और मकान को अपनी चपेट में ले लिया। पानी की तेज धारा के कारण मकान के नींव के नीचे की मिट्टी कट गई थी। खतरे को देखते हुए घर में रह रहे सभी लोग दूसरी जगह शिफ्ट हो गए थे। बुधवार को वही हुआ, जिसका अंदेशा था। मकान के नींव के नीचे की मिट्टी हटने के कारण मकान नदी की तरफ झुकने लगी फिर चंद सेकेंड में ताश के पत्ते की तरह मकान भरभराकर ढह गई। धूल का गुबार उठा और मकान का बड़ा हिस्सा नदी की धार में समा गया। गुबार जब हटा तो मकान की जगह उसका कुछ मलबा ही बचा था।