विधानसभा मार्च में दीपंकर ने कहा: बिहार में लागू नहीं होने देंगे एनआरसी

पटना। भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में उनकी पार्टी कभी भी एनआरसी लागू नहीं होने देगी। भाकपा-माले और इंसाफ मंच की ओर से मंगलवार को विधान सभा मार्च के दौरान शामिल लोगों ने सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ विधानसभा से तत्काल प्रस्ताव पारित करने की मांग की। दीपंकर ने कहा कि एनआरसी भाजपा का एजेंडा है। हम इसे संपूर्णता में खारिज करने की मांग करते हैं।
राजधानी पटना में चितकोहरा गोलंबर से गर्दनीबाग तक भाकपा कार्यकर्ताओं से पटे विधानसभा मार्च में दीपंकर ने कहा कि यहां आयी राज्य की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह कहने आयी है कि उनके भ्रमजाल को हम सब अच्छे से समझते हैं। वह कहते हैं कि बिहार में अभी एनआरसी लागू नहीं होगा। हम कहने आये हैं कि कभी भी एनआरसी क्यों लागू होगा। एनआरसी की भयावहता को हम सबने असम में देखा है। 19 लाख लोग नागरिकता विहीन हो गये। बिहार के 56 हजार मजदूरों की भी नागरिकता इसलिए चली गयी, क्योंकि सरकार ने उनका साथ नहीं दिया। विधानसभा मार्च में राज्यभर के विभिन्न कोनों से हजारों लोग शामिल हुए। वहीं दरभंगा के लालबाग, किलाघाट, भोजपुर के गड़हनी, आरा, पटना के समनपुरा, हारूननगर और मुजफ्फरपुर आदि जगहों से महिलाओं की व्यापक भागीदारी हुई। मार्च में शामिल लोग बाद में गर्दनीबाग में धरना स्थल पर बैठ गये। मौके पर वरिष्ठ नेता स्वदेश भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, धीरेंद्र झा, रामेश्वर प्रसाद, केडी यादव, माले विधायक महबूब आलम, सुदामा प्रसाद और सत्येदव राम भी शामिल हुए।
