लक्ष्मीनारायण महायज्ञ को लेकर निकाली गई शोभायात्रा, पांच हजार श्रद्धालु ने की जलभरी
पालीगंज (वेदप्रकाश)। खिरिमोड़ थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव में ग्रामीणों की ओर से आयोजित 17 दिवसीय लक्ष्मीनारायण महायज्ञ को लेकर सोमवार को शोभायात्रा निकाली गई। वहीं यात्रा में शामिल पांच हजार श्रद्धालुओं ने पुनपुन नदी के समदा घाट पर पहुंचकर जलाहरन किया। मौके पर शोभायात्रा में शामिल पांच हजार श्रद्धालुओं ने हुलासगंज से यज्ञ कराने रघुनाथपुर गांव पधारे अनन्त श्री विभूषित स्वामी रङ्गरामानुजाचार्यजी महाराज के सानिध्य में अपने माथे पर कलश लेकर रघुनाथपुर गांव से दस हजार ग्रामीणों के संग जय श्रीराम के जयघोष करते हुए निकले। मौके पर शोभायात्रा के साथ दर्जनों घुड़सवार आगे आगे चल रहे थे। इस दौरान बाजे-गाजे के साथ पांच हजार श्रद्धालु अपने माथे पर कलश लिए हुए थे। श्रद्धालुओं के देखरेख में साथ-साथ महिला व पुरुष कान्स्टेबल के अलावे पांच हजार से अधिक कार्यकर्ता व ग्रामीण तैनात थे। यह यात्रा रघुनाथपुर से निकलकर मदारीपुर, पतौना, जरखा गांव होते हुए समदा गांव स्थित पुनपुन नदी घाट पर पहुंचा। जहां सभी श्रद्धालुओं को स्वामी रङ्गरामानुजाचार्यजी महाराज ने पूरे विधि विधान व मंत्रोच्चारण के साथ जलभरी (जलाहरन) कराया। उसके बाद शोभायात्रा बसंत बिगहा, महुआरी, गौंसगंज, नोरखपुर व सिद्धिपुर गांव होते हुए रघुनाथपुर गांव लौटा। जहां स्वामी जी के साथ पधारे अन्य पंडितों व विद्वानों ने मंत्रोच्चारण व पूरे विधान के साथ यज्ञ की शुरूआत कराया।
यज्ञ में सक्रिय व मुख्य भूमिका निभा रहे भाजपा नेता सह पूर्व मुखिया पंकज शर्मा ने बताया कि इस यज्ञ का अनुष्ठान परमाचार्य अनन्तश्री स्वामी परंकुशाचार्यजी महाराज के 155वीं जयंती के अवसर पर किया गया है। यज्ञ को लेकर 19 फरवरी से यज्ञ स्थल पर प्रवचन, बाल्मीकि रामायण की कथा, श्रीमद भागवत कथा के अलावे हरिवंश महापुराण की कथा चल रही थी। कथा की समापन के साथ ही सोमवार को शोभायात्रा, नगर भ्रमण व जलाहरन के साथ पांच दिवसीय लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की शुरूआत किया गया है। इस यज्ञ की समापन 7 मार्च को भंडारे के साथ कराई जाएगी। यज्ञ में दूर से पहुंचने वाले भक्तों व श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखकर भोजन व ठहरने के अलावे लाइट, पेयजल व शौचालय का उचित प्रबंध किया गया है। साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए हैं।