रस्सी के फंदे से गला दबा 50 वर्षीय अधेड की हत्या, साढे छह घंटे तक पुलिस को ग्रामीणों ने नहीं उठाने दिया शव

संवाद सहयोगी, मसौढी। थाना के रेवां गांव के सोहनबीगहा (भजनबीगहा) टोला निवासी 50 वर्षीय एक अधेड के गले में रस्सी का फदा डाल व रस्स्ी से गला दबा बीते सोमवार की रात हत्या कर दी गई। मृतक का शव मंगलवार को उसके घर से करीब डेढ किलोमीटर पूरब गेहूं के एक खेत में मिला। मिली जानकारी के मुताबिक सोहनबीगहा (भजनबीगहा) टोला निवासी दिवगंत सतीशचंद्र वियोगी के पुत्र गिरिश यादव को दारू पीने की लत थी। रोज की भांति वह बीते सोमवार की शाम अपने घर से निकला। जब देर शाम तक वह घर नहीं पहुंचा तो किसी अनहोनी की आशंका से ग्रसित स्वजन रातभर उसकी तलाश करते रहें। लेकिन उसका पता नहीं चल सका। इधर मंगलवार को दोपहर गांव की एक महिला ने गांव से करीब डेढ किलोमीटर पूरब स्थित गेंहूं के खेत में उसका शव देखा। खबर पाकर उसके स्वजन भी मौके पर पहुंचे। सूचना पाकर मौके पर मसौढी थाना के अलावे धनरूआ, कादिरगंज व भगवानगंज की पुलिस पहुंची। पुलिस ने घटना स्थल के पास से एक जोडा लाल चप्पल व रस्सी बरामद किया है। पुलिस जब शव उठाने का प्रयास की तो ग्रामीणों ने उसे शव सौंपने से मना कर दिया। इसे लेकर पुलिस व ग्रामीणों के बीच नोंकझोंक भी हुई। ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी व घटना स्थल पर डॉग स्कावयड टीम को बुलाने की मांग पर अडिग थे। करीब साढे छह घंटे बाद जब पटना से डॉग स्कावयड टीम मौके पर पहुंची तब ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने दिया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस डॉग स्कावयड टीम के सहयोग से हत्यारों की तलाश में छापेमारी कर रही थी। लेकिन फिलवक्त उसे कोई सफलता नहीं मिल सकी थी।

हत्या कहीं और कर शव को फेंका गया गेहूं के खेत में
पुलिस व ग्रामीण दोनों का दावा था कि गिरिश यादव की हत्या कहीं और की गई और शव को बाद में गेहूं के खेत में फेंक दिया गया। इधर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार रजक ने बताया कि फिलहाल ना तो घटना के कारण का पता चल सका है व ना तो हत्यारों की पहचान हो सकी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। और मृतक की पत्नी उषा देवी से भी पूछताछ की जा रही है।