मेवालाल चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल कर CM नीतीश ने करायी अपनी किरकिरी
पटना। नीतीश सरकार में जदयू के विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी और मेवालाल चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली है। मेवालाल जब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में वीसी थे, जब उन पर घोटाले का आरोप लगा था। सीएम नीतीश के करीबी नेताओं में विजय कुमार चौधरी और अशोक चौधरी के नाम तो तय थे, लेकिन तीसरे मेवालाल चौधरी का नाम मंत्रिमंडल की पहली सूची में देकर नीतीश कुमार ने अपनी ही किरकिरी करा ली है। मेवालाल पर 2010 में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। उन्हें अपनी कुर्सी तक गंवानी पड़ी थी। इस हालत के बावजूद नई सरकार के शपथ ग्रहण में जदयू के पास बड़े विभागों का आना तय है। शपथ के बाद नीतीश कैबिनेट की पहली बैठक में विभागों का बंटवारा होगा। फिलहाल विभाग भले नहीं बंटे, लेकिन नीतीश के बगल की दो कुर्सियों पर बैठाए जाने के बाद यह साफ हो गया कि तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी उप-मुख्यमंत्री होंगे।
जदयू ने तीन चौधरी के अलावा सबसे अनुभवी बिजेंद्र यादव को पहली सूची में लाकर चार बड़े विभाग पर अपना दावा पेश कर दिया है। इसके अलावा वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी भी कम महत्व के विभाग से संतोष कर लें, ऐसा नहीं लगता है।