महिला विकास मंच ने की मांग : बिहार में महिला आयोग की तर्ज पर बने पुरुष आयोग
पटना। बिहार में महिलाओं पर बढ़ते अपराध को लेकर महिला विकास मंच ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि मंच ने महिलाओं के मुद्दे पर कई बार मुख्यमंत्री से बात करने का प्रयास किया, लेकिन वे सिर्फ सशक्तिकरण की बात कर अपनी जिम्मेदारियों की खानापूर्ति करते हैं। हकीकत ये है कि वे इस मुद्दे पर बात ही नहीं करना चाहते हैं। उक्त बातें मंच द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीणा मानवी ने कहीं। सरकार की उदासीनता को देखकर उन्होंने आने वाले दिनों में पार्टी बनाने का भी ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए हमने गत 10 सालों से ना जाने कितने आवाज उठाई और मुख्यमंत्री से मांग किया कि जागरूकता अभियान चलाने के लिए हमारी टीम से मदद लें। लेकिन उन्होंने कभी भी मंच को मिलने का समय नहीं दिया, जिससे महिलाएं काफी आक्रोशित और दुखी हैं। उन्होंने कहा कि कई केसेस बिहार के ऐसे हैं, जहां वारंट निकलने के बाद भी मुजरिम की गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर पा रही है। लड़कियां आए दिन मार-जल-कट रही है, साथ ही साथ पुरुष प्रताड़ना पर भी मंच लगातार काम कर रही है। हाल में एक केस में उन्होंने बिहार के 4 लड़कों पर रेप केस का झूठा आरोप में मंच ने उनका भविष्य बचाया। इन चीजों को भी बारीकी से देखने की जरूरत है। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जल्द पुरुष आयोग बनाने की मांग करते हैं।
इससे पहले उन्होंने किशनगंज अध्यक्ष डॉ. तारा श्वेता आर्य के 3 साल का कार्यकाल समाप्त होने पर उनके कार्यों को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया। मंच की अध्यक्ष अरुणिमा ने उन्हें पगड़ी तलवार देखकर सम्मानित किया।