November 15, 2024

सीतामढ़ी मुठभेड़ पर मद्य निषेध मंत्री की सफाई, शराब माफियाओं का मनोबल टूट रहा, तभी कर रहे इस तरह की घटना

पटना। बिहार में शराब माफियाओं का आतंक जारी है। शराब तस्करों में अब जरा सा भी कानून का खौफ नहीं रह गया है। इसकी बानगी बिहार के सीतामढ़ी जिले में बुधवार को देखने को मिली। जहां शराब माफियाओं ने पुलिस पर फायरिंग की। पुलिस और शराब माफियाओं के बीच भिड़ंत में एक दारोगा शहीद हो गए, जबकि एक चौकीदार गोली लगने से गंभीर रूप से घायल है, वहीं एक शराब माफिया भी मारा गया है। इस मामले पर बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार सदन की कार्यवाही में भाग लेकर बाहर निकले तो पत्रकारों ने इस बाबत सवाल किया तो उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी की घटना में पुलिस और मद्ध निषेध विभाग विधि सम्मत कार्रवाई कर रहा है। मंत्री ने इस घटना पर सफाई देते हुए कहा कि शराब माफियाओं का मनोबल बढ़ नहीं रहा है, बल्कि टूट रहा है। तभी तो वे इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शराब तस्करों में खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। एक्साइज विभाग और बिहार पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी का उल्लंघन करने वाले वरीय अधिकारी हो या पदाधिकारी उन्हें बख्सा नहीं जाएगा।
बताते चलें बुधवार को मेजरगंज पुलिस को सूचना मिली थी कि नेपाल के रास्ते बिहार में शराब की बड़ी खेप लाई जा रही है। पुलिस ने सूचना के आधार पर घेराबंदी की। लेकिन पुलिस को इस बात का अंदाजा नहीं था कि शराब तस्कर हथियारों से लैस होंगे। पुलिस की गाड़ी रूकते ही तस्करों ने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस पर नजर पड़ने के बाद रंजन सिंह अपने साथियों के साथ घर में छिप कर गोलियां बरसा रहा था। इस दौरान शराब तस्करों के साथ मुठभेड़ में एक गोली सब इंस्पेक्टर दिनेश राम को लगी, जबकि दूसरी गोली चौकीदार लाल बाबू पासवान को लगी। दारोगा और चौकीदार को गोली लगने के बाद कुछ पुलिस कर्मियों ने तुरंत इसकी सूचना थाने को दी। इसके बाद दल-बल के साथ पहुंची पुलिस ने शराब तस्कर रंजन सिंह को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पुलिसकर्मी आननफानन में दोनों घायलों को सदर अस्पताल लेकर जाने लगे, लेकिन सब इंस्पेक्टर की रास्ते में ही मौत हो गई। जबकि घायल चौकीदार का इलाज अस्पताल में चल रहा है। बताया जाता है कि मृतक अपराधी रंजन सिंह रंगदारी मामले का भी आरोपित है। घटना को अंजाम देकर उसके दो साथी फरार हैं, जबकि एक साथी मुकुल सिंह ने सरेंडर कर दिया है। मेजरगंज सीतामढ़ी जिले का नेपाल सीमा से सटा हुआ ब्लॉक है। जहां यह मुठभेड़ हुई है वह बॉर्डर से 2 किमी दूर है। खुली सीमा होने की वजह से इलाके में तस्कर नेपाल से आसानी से शराब की सप्लाई सीतामढ़ी जिले समेत आसपास के इलाकों में करते हैं।
बेगूसराय में शराब तस्करों को पकड़ने गई पुलिस पर चले ईंट-पत्थर, एक घायल
इसके पहले बुधवार सुबह बेगूसराय जिले के के पोखरिया में शराब बेचने की गुप्त सूचना के आधार पर जब पुलिस छापामारी करने पहुंची तो ग्रामीणों ने उन्हें खदेड़ दिया। ईंट-पत्थर चलाए और दौड़ा-दौड़ाकर पीटा भी। इस हमला में एक होमगार्ड का जवान राजीव कुमार बुरी तरह घायल हो गया जबकि नगर थानाध्यक्ष अभय शंकर भी चोटिल हो गए। इसमें 1 टाइगर मोबाइल का एक जवान भी घायल है। वहीं 1 महिला समेत 3 बच्चे को पुलिस ने बुरी तरह से पीटा है। झड़प में ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस छापेमारी करने पहुंची तो महिला-बच्चों को पीटने लगी। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर ही हमला बोल दिया। अचानक हुए हमले से पुलिसकर्मी उल्टे पांव मोहल्ले से भाग खड़ी हुई। हालांकि पुलिस ने मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी कर ली है।
बताया जाता है कि शराब बिक्री की गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस बुधवार की सुबह मोहल्ले में पहुंची थी। पुलिसकर्मी घरों में घुसकर लोगों को मारने-पीटने लगे। इसमें एक युवती को पुलिस ने घसीटते हुए बाहर लाया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। इसी तरह पुलिसकर्मियों ने बच्चों को भी पीटना शुरू कर दिया, जिसके बाद ग्रामीण भड़क गए। आक्रोशित ग्रामीण पुलिसकर्मियों पर ईंट-पत्थर फेंकने लगे। हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हो गए और उन्हें खदेड़ना शुरू कर दिया। खुद को घिरता हुआ देख पुलिसकर्मी जान बचाकर भागने लगे। घटनास्थल पर भगदड़ मच गई और अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। नगर थाने की पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी की है।

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