भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं के अलग-अलग बयान पर राजनीतिक गलियारों में छिड़ी बहस
CENTRAL DESK : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द होने वाला है। इसको लेकर पार्टियां सियासी समीकरण बनाने के साथ सीटों के गुणा-भाग में जुट गई है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बयान में एकरूपता नजर नहीं आ रही है। जहां पिछले दिनों बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक न्यूज एजेंसी को दिए साक्षात्कार में कहा था कि बिहार में कोई भी पार्टी अकेले सरकार नहीं बना सकती है। वहीं शुक्रवार को भाजपा के केन्द्रीय मंत्री ने कहा है कि भाजपा बिहार में अपने दम पर सरकार बना सकती है। एक ही पार्टी के दो नेताओं के अलग-अलग बयान से कई सवाल उठने लगे हैं। राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ी है कि केन्द्रीय मंत्री का यह बयान सीएम नीतीश को नीचा दिखाने का प्रयास है, जबकि कुछ नेता भी यह कह रहे हैं कि भाजपा खुद को कमजोर नहीं दिखाना चाहती है ताकि उसका फायदा घटक दल उठा सकें।
केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री और आरा से सांसद आर.के. सिंह ने कहा कि इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए कि भाजपा बिहार में अपने दम पर सरकार बना सकती है। श्री सिंह ने साथ में यह भी कहा, लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के साथ उनकी साल 1996 से ही साझेदारी है और वे लोग नहीं चाहते हैं कि यह टूटे और ना ही जदयू ऐसा चाहती है। उन्होंने कहा कि हम दोस्तों को नहीं छोड़ना चाहते हैं।
सीट बंटवारे पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा सीटों का बंटवारा जल्द कर लिया जाएगा। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है इसलिए यह पूरी प्रक्रिया आराम से पूरी कर ली जाएगी। लोकसभा के नतीजे साफतौर पर बीजेपी और पीएम मोदी के वोट बैंक को जाहिर करते हैं। इसलिए, सीटों का बंटवारा भी उसी आधार पर होना चाहिए।
बता दें आज ही निर्वाचन आयोग ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान सही समय पर किया जाएगा। बिहार चुनाव के समय ही 65 सीटों पर उपचुनाव भी कराने की तैयारी है।