बिहार सरकार पल्स पोलियो की तर्ज पर गांवों में डोर-टू-डोर कराएगी स्क्रीनिंग, शुरूआत 16 अप्रैल से
पटना। बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। देशव्यापी लॉक डाउन के दूसरे चरण की कल से शुरूआत होने जा रही है। कोरोना के संक्रमण को रोकने और मरीजों को खोजने के लिए राज्य सरकार पल्स पोलियो की तर्ज पर बिहार में अभियान चलाने जा रही है। इस अभियान के तहत 8 हजार से अधिक गांवों में डोर-टू-डोर लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी और इस दौरान कोरोना संक्रमितों की पहचान की जाएगी। यह फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के साथ किए गए समीक्षा बैठक में लिया। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि 16 अप्रैल से स्क्रीनिंग की शुरूआत हो जाएगी। हम हर एक मरीज को एपिसेंटर मान रहे हैं। मरीज के घर के तीन किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी घरों तक पहुंचकर स्क्रीनिंग की जाएगी। इसी तरह 1-23 मार्च तक विदेश से जिस गांव में लोग आए हैं, उस गांव के सभी घरों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
बता दें मंगलवार सुबह 10 बजे पीएम मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि यह जो लॉक डाउन का दूसरे चरण शुरू होने जा रहा है, यह हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है। यदि इस दौरान अब नये जगहों में कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जाते हैं तो यह गंभीर बात होगी।