बिहार सरकार के 12 विभाग मात्र 16% तक ही कर पाई खर्च, बजट का आकार बढ़ाने से क्या फायदा: आप

पटना। आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष शत्रुघ्न साहू ने विधानसभा में पेश हुए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार वित्तीय वर्ष 2019-20 का पैसा पूरी तरह खर्च नही कर पाई है। 2020-21 में बजट का आकार बढ़ाने से क्या फायदा है। योजनाओं को जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी जिन लोगों पर है या तो वे सक्षम नहीं हैं या फिर करना नहीं चाहते हैं। साहू ने कहा कि बिहार सरकार में 12 ऐसे विभाग हैं, जिसने जनवरी के पहले सप्ताह तक बजट में आवंटित राशि 0 से लेकर 16 प्रतिशत तक ही खर्च कर पाई है। इसके अलावा वित्त, गन्ना उद्योग, समाज कल्याण, सूचना जनसंपर्क, योजना एवं विकास विभाग को छोड़ दें तो किसी भी विभाग के खर्च का आंकड़ा 50 प्रतिशत से अधिक नहीं है। जहां खर्च हुई है, वहां सिर्फ लूट हुआ है। बजट में किसान, खेती और ग्रामीण क्षेत्र की विकास की सिर्फ बात होती है, जमीन पर दिखता कुछ नहीं है। सरकार ने पिछले वित्तीय वर्ष में जैविक खेती के लिए जैविक कोरिडोर बनाने की घोषणा की थी। नालन्दा के किसानों ने 80 अलग-अलग ग्रुप बना कर आवेदन भी किया लेकिन सरकारी अधिकारियों ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी बबलू कुमार प्रकाश ने कहा उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सदन में ग्रीन बजट नहीं, लूट बजट पेश किया है। बबलू ने कहा कि पटना, भागलपुर, दरभंगा, सासाराम, गोपालगंज और पश्चिम चंपारण में नल-जल योजना में जमकर सरकारी राशि का बंदरबांट हुआ है।

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