बिहार : बागमती और गंडक के कैचमेंट में हुई काफी बारिश, प्रशासन को किया गया अलर्ट
पटना। बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी।
संजीव हंस ने राज्य के विभिन्न नदियों के जलस्तर एवं बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंधों की स्थिति के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि बागमती और गंडक के कैचमेंट में काफी ज्यादा बरसात हुई है। नेपाल के 22 स्टेशनों का विश्लेषण किया गया है, जिसमें से 6 स्टेशनों में 100 एमएम से ज्यादा वर्षा हुई है। गंडक के कैचमेंट में पिछले 12 घंटे में अधिक बारिश हुई है, जिसके कारण जलस्तर बढ़ गया है। गंडक का जलस्तर अभी और बढ़ने की आशंका है। इसको लेकर बेतिया, छपरा और वैशाली के डीएम को अलर्ट कर दिया गया है। बगहा टाउन में आबादी निष्क्रमण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गोपालगंज में भी लोगों को ऊंचे क्षेत्रों में जाने को कहा गया है। पिछले 24 घंटे में बागमती के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है। पिछले 24 घंटे में ढेंग में लगभग 76 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ा है और ये खतरे के निशान से 83 सेंटीमीटर ऊपर है। अगले 24 घंटे में ढेंग में बागमती नदी के जलस्तर में करीब 80 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की संभावना है। रुन्नीसैदपुर में इसका अधिक प्रभाव होगा, वहां भी जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है। बूढ़ी गंडक नदी की प्रवृत्ति बढ़ने की है। कमला बलान नदी के क्षेत्र में भी पिछले 24 घंटे में बारिश हुई है, जिसके कारण जयनगर में लगभग 50 सेंटीमीटर और झंझारपुर रेल पुल के पास 85 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। अधवारा समूह की नदियों का भी जलस्तर राइजिंग है। महानंदा नदी का ट्रेंड भी राइजिंग है। उन्होंने बताया कि सूबे में 20 और 21 जुलाई को भारी बारिश होने की आशंका है, जबकि 22 जुलाई को मध्यम से भारी बारिश होने की आशंका है।
कुल 29 कम्यूनिटी किचेन चलाए जा रहे
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से अभी सीतामढ़ी जिले में 05 प्रखंड, शिवहर जिले में 03 प्रखंड, सुपौल में 05 प्रखंड, किशनगंज में 04 प्रखंड, दरभंगा में 05 प्रखंड, मुजफ्फरपुर में 03 प्रखंड, गोपालगंज में 04 प्रखंड, पूर्वी चंपारण में 03 प्रखंड प्रभावित हुए हैं। इस प्रकार नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 8 जिलों के कुल 32 प्रखंडों की 156 पंचायतें प्रभावित हुयी हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। सुपौल में 02 और गोपालगंज में 03 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गोपालगंज में 09, सुपौल में 02, पूर्वी चंपारण में 11 और दरभंगा में 07 कम्यूनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं। इस प्रकार कुल 29 कम्यूनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन लगभग 28,000 लोग भोजन कर रहे हैं। नेपाल में गंडक नदी के जल ग्रहण क्षेत्र (कैचमेंट) में कल से बारिश हो रही है, जिसे ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा प्रभावित होने वाले जिलों मधुबनी, दरभंगा, खगड़िया, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, समस्तीपुर, बेगूसराय, पश्चिम चंपारण, सारण और वैशाली को अलर्ट कर दिया गया है। भारतीय मौसम विभाग द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार आगामी तीन दिनों तक पूरे बिहार में बारिश की संभावना है। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट किया गया है। बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती पहले से ही कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।