बिहार के सभी जिलों से पटना आना होगा पहले से आसान, एनएचएआई ने दी 31 सड़क और पुल परियोजनाओं को हरी झंडी
पटना। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने बिहार में 31 सड़क और पुल परियोजनाओं के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। इनमें पीएम पैकेज की 24 और भारतमाला पैकेज की सात परियोजनाएं शामिल हैं। कुछ वर्षों में पटना में चार नये पुल होंगे। इन सभी के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अगले महीने से शुरू हो जायेगी। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद बिहार के सभी जिलों से कम समय में पटना आना आसान हो जाएगा।
पटना आने-जाने वालों को होगा फायदा
इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद पटना आने-जाने वालों को फायदा होगा। जेपी सेतु के समानांतर करीब साढ़े चार किमी लंबाई में फोरलेन केबल ब्रिज बनने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच यातायात सुविधा बढ़ेगी। नया पुल दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड के साथ जुड़ेगा। वहीं दूसरी तरफ सोनपुर के पहलेजा घाट (हाजीपुर-छपरा एनएच) सड़क से जुड़ेगा। बाहर से पटना के पश्चिमी इलाके में आने-जाने वाले लोगों के लिए भी यह पुल काफी सुविधाजनक होगा। इसके साथ ही जेपी सेतु पर लगने वाले जाम से लोगों को छुटकारा मिल सकेगा। वहीं पटना से सासाराम तक चौड़ी सड़क बनने से यूपी और दिल्ली जाने-आने के लिए बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
इन परियोजनाओं को मिली मंजूरी
सूत्रों के अनुसार, मंजूर की गयी महत्वपूर्ण परियोजनाओं में पटना से आरा तक करीब 31 किमी लंबी ग्रीन फील्ड सिक्स लेन सड़क, आरा से सासाराम तक करीब 95 किमी लंबी फोरलेन सड़क, जेपी सेतु के समानांतर फोरलेन केबल रोड ब्रिज शामिल हैं। इसके साथ ही पटना में रामनगर से कच्ची दरगाह तक करीब 14 किमी लंबी फोरलेन सड़क के निर्माण की भी मंजूरी मिली है। पटना-आरा सिक्स लेन ग्रीन फील्ड और आरा-सासाराम फोरलेन परियोजना की लागत करीब 3500 करोड़ रुपये होगी, जबकि जेपी सेतु के समानांतर केबल रोड ब्रिज की लागत करीब तीन हजार करोड़ रुपये और रामनगर-कच्ची दरगाह फोरलेन सड़क की लागत करीब 900 करोड़ रुपये होगी।