बिहार के किसी कोने से अब 5 घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर हो रहा काम : CM नीतीश
* मुख्यमंत्री ने वीसी के माध्यम से किया 5,024 करोड़ की 217 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास
* गंडक नदी के बंगराघाट पर उच्चस्तरीय पुल तथा एसएच-78 बिहटा-सरमेरा के 68.50 किमी डुमरी सरमेरा खंड के निर्माण कार्य का उद्घाटन भी शामिल
* राज्य के सुदूरवर्ती इलाके से सड़क मार्ग द्वारा 6 घंटे में राजधानी पटना पहुंचने का लक्ष्य पूरा
* वर्ष 2005 से अब तक 96 हजार 417 किमी ग्रामीण सड़कों निर्माण कार्य हुआ पूरा
* हर जिला मुख्यालय बाइपास से जोड़े जा रहे
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पथ निर्माण विभाग की 5024 करोड़ रुपए की 217 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसमें 508.98 करोड़ रुपए की गंडक नदी के बंगराघाट पर उच्चस्तरीय पुल तथा एसएच-78 बिहटा-सरमेरा के 68.50 किमी डुमरी सरमेरा खंड का निर्माण प्रमुख हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 3516 करोड़ की लागत से 119 योजनाओं का आज उद्घाटन हुआ है तथा 1508 करोड़ की लागत से 98 योजनाओं का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 के पूर्व सड़कों के निर्माण की स्थिति क्या थी, ये सभी लोग जानते हैं। वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद हमलोगों ने हर क्षेत्र में काम किया है। वर्ष 2010-15 में और ज्यादा विकास के कार्य हुये तथा वर्ष 2015-20 में लगातार अधिक से अधिक विकास के कार्य हुये हैं। सीएम ने कहा कि वर्ष 2006-07 से 2009-10 तक 6735 किमी, वर्ष 2009-10 से 2014-15 तक 9913 किमी, 2015-16 से 2019-20 तक 10287 किमी राज्य उच्च पथों एवं वृहत जिला पथों का निर्माण तथा उन्नयन कार्य किये गये हैं। उन्होंने कहा कि सरकार में आने के बाद वर्ष 2005 से 1 लाख 15 हजार 228 किमी ग्रामीण सड़कों का भी निर्माण तेजी से कराया जा रहा है, जिसमें 96 हजार 417 किमी का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। जबकि वर्ष 2006 तक मात्र 835 किमी ग्रामीण सड़कों का निर्माण कराया गया था। नीतीश ने कहा कि अच्छी क्वालिटी की सड़कें बन रही हैं, इनके मेंटनेंस पर भी निरंतर कार्य किया जा रहा है। सड़कों और पुलों के निर्माण के साथ-साथ उनकी मेंटेनेंस की अवधि अब 5 वर्ष से बढ़ाकर 7 वर्ष कर दी गई है। सड़कों के मेंटेनेंस को लोक शिकायत निवारण कानून के दायरे में लाया गया है।
अब 5 घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर हो रहा काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सुदूरवर्ती इलाके से सड़क मार्ग द्वारा 6 घंटे में राजधानी पटना पहुंचने के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है और अब 5 घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। किशनगंज, वाल्मिकीनगर के क्षेत्र से अगर पटना 5 घंटे में लोग पहुंच जाएंगे, यह साधारण बात नहीं है। बांका से पटना आने में भी लोगों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आवागमन को आसान बनाने के लिए हर जिला मुख्यालय बाइपास से जोड़े जा रहे हैं। इससे ग्रामीण इलाके के लोगों को मुख्यालय तक पहुंचने में सुविधा होगी। अधिकांश जिला मुख्यालयों के लिए बाइपास निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है, शेष 7 जिला मुख्यालयों के बाइपास निर्माण की स्वीकृति अभी बाकी है, जिसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार द्वारा कई जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं। प्रथम चरण में राज्य सरकार द्वारा 34 आरओबी का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। 58 जगहों पर जहां रेलवे क्रॉसिंग हैं उन्हें चिन्हित कर पथ निर्माण विभाग के द्वारा आरओबी का निर्माण कराया जा रहा है। सीएम नीतीश ने कहा कि सड़कों के बेहतर निर्माण से कृषि कार्य तथा व्यापार में भी बढ़ोतरी हुई है। अच्छी सड़कों के साथ बिजली की उपलब्धता से लोगों को रात्रि में भी आवागमन में सुविधा हो रही है।
नई पीढ़ी को 15 वर्षों के कार्यों के बारे में बताएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पीढ़ी को पिछले 15 वर्षों में किए गए कार्यों के बारे में बताना जरुरी है। उसके पूर्व जो कार्य हुए हैं उसके बारे में भी लोगों को बताएं। वर्ष 2005 के पूर्व जो भी सड़कें थीं उनकी तस्वीर, उनकी स्थिति लोगों को दिखाएं और वर्ष 2005 के बाद जितने भी पथों, पुलों के उन्नयन और निर्माण के कार्य हुए हैं उनकी तस्वीर भी लोगों को दिखाएं। पथ निर्माण विभाग के साथ-साथ सूचना एवं जनसंपर्क विभाग लोगों तक इसकी जानकारी उपलब्ध कराने का काम करें।
बिहटा-सरमेरा अपने आप में यूनिक पथ
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी पर कच्ची दरगाह-विदुपुर पुल, बख्तियारपुर-ताजपुर पुल, अगवानीघाट-सुल्तानगंज पुल का निर्माण राज्य सरकार के द्वारा कराया जा रहा है। गंगा नदी पर केंद्र सरकार के द्वारा भी पुलों का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहटा-सरमेरा पथ के तहत डुमरी-सरमेरा खंड का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। यह अपने आप में यूनिक पथ है, जिसमें कई अंडर पास बनाए गए हैं। इससे कृषि कार्य करने वाले लोगों को कृषि यंत्रों एवं अन्य सामग्रियों को खेतों तक ले जाने में भी सहुलियत होगी, यह जानकारी भी आमलोगों तक पहुंचाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि पटना और इसके पास बनने वाला रिंग रोड भी अपने आप में आवागमन के लिए महत्वपूर्ण होगा।
कार्यक्रम के दौरान गंडक नदी के बंगरा घाट पर निर्मित उच्चस्तरीय पुल पर आधारित तथा बिहटा-सरमेरा पथ (एसएच-78) के डुमरी सरमेरा खंड के निर्माण कार्य पर आधारित लघु फिल्म दिखायी गई। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, अपर मुख्य सचिव, पथ निर्माण विभाग अमृत लाल मीणा ने भी संबोधित किया। मौके पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे। जबकि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्री मंगल पांडेय, सुरेश शर्मा, रामसेवक सिंह, सांसद राजीव प्रताप रुढ़ी, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, आलोक कुमार सुमन सहित विधायक, विधान पार्षद, अन्य जनप्रतिनिधि जुड़े थे।