बिहार की सियासत : कांग्रेस को सेंधमारी का डर, कुछ प्रत्याशियों को सीधे काउंटिंग सेंटर से उठा लेने की तैयारी!
पटना। शनिवार शाम बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान समाप्ति के साथ विभिन्न न्यूज चैनलों द्वारा दिखाए गए एग्जिट पोल में बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के पूरे आसार दिखाए गए हैं। उसके बाद से महागठबंधन के कार्यकर्ताओं में हर्ष का माहौल है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस-राजद में डर देखा जा रहा है। उन्हें इस बात की डर है कि चुनाव के नतीजे आने के बाद नया खेल हो सकता है। इसे लेकर दोनों पार्टियों ने फिल्डिंग पूरी चुस्त कर रखी है। जहां राजद नेताओं को एकजुट करने में लगी हुई है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने तो जीत रहे कुछ प्रत्याशियों को बिहार से उठा कर राजस्थान शिफ्ट करने तक की तैयारी कर रखी है। महागठबंधन की सरकार बनने में किसी प्रकार जोड़-तोड़ की राजनीति का सामना नहीं करना पड़े। इससे निपटने के लिए पार्टी ने राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और चुनाव स्क्रीनिंग कमिटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय को तैनात कर रखी है।
बता दें मंगलवार को वोटों की गिनती शुरू होगी। कल शाम होते-होते स्पष्ट हो जाएगा कि बिहार का सिंहासन जनता ने किसे सौंपा है और कौन बिहार पर राज करेगा। वैसे फाइनल रिजल्ट मंगलवार-बुधवार की रात्रि आएगा।
बता दें कांग्रेस को इस बात की आशंका है कि उसके कई नेता चुनाव परिणाम आते ही नया खेला कर सकते हैं या विरोधियों की राजनीति के शिकार हो सकते हैं। इसको लेकर फिडबैक पार्टी आलाकमान तक को है। अंदरखाने से खबर यह भी आ रही है कि राजस्थान के 15 नेताओं को बिहार की कमान दी गई है और बिहार के 10 से 15 नेताओं को काउंटिंग सेंटर से ही उठा लेने की प्लानिंग हैं। इन नेताओं को बिहार से काफी दूर राजस्थान ले जाने की प्लानिंग है। कांग्रेस की नजर वैसे 10-15 नेताओं पर है, जो खास तौर से दूसरी पार्टियों से कांग्रेस में आए हैं। बिहार की राजनीति में कोई खेला न हो, इसके लिए विभिन्न राज्यों से कांग्रेस के कई बड़े नेता बिहार पहुंच चुके हैं।