February 5, 2025

बाढ़ से बिहार के 16 जिले के 1,165 पंचायतें प्रभावित, 4,80,884 किए गए निष्क्रमित

पटना। जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने राज्य की विभिन्न नदियों के जलस्तर एवं बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंधों की स्थिति के संबंध में बताया कि कोसी नदी में अभी डिस्चार्ज 1,64,335 क्यूसेक है और जलश्राव की स्थिति स्थिर है। गंडक नदी का डिस्चार्ज 1,44,800 क्यूसेक है, किन्तु इसकी प्रवृति बढ़ने की है। सोन नदी में डिस्चार्ज मात्र 11,304 क्यूसेक है। बागमती नदी का जलस्तर ढेंग और सोनाखान में फॉलिंग टेंडेंसी है लेकिन डूब्बाधार, कनसार और कटौंझा में इसकी बढ़ने की प्रवृति है। बेनीबाद और हायाघाट में जलस्तर स्टैटिक या फॉलिंग ट्रेंड में है, जबकि अन्य जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर प्रवाहित हो रही है। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में सभी जगहों पर कमी हो रही है।

गंगा नदी में गांधी घाट और हाथीदह में जलस्तर बढ़ने की प्रवृत्ति है और अन्य स्थलों पर जलस्तर स्थिर है। गंगा का जलस्तर कहलगांव में खतरे के निशान से 03 सेंटीमीटर ऊपर है। महानंदा में जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है और इसमें फॉलिंग टेंडेंसी है। पूर्वानुमान के मुताबिक कल नेपाल में और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में लाइट टू मोडरेट बर्षापात होने की संभावना है। नेपाल में महानंदा के जलग्रहण क्षेत्र में हेवी रेनफॉल की संभावना व्यक्त की गयी है। 7 और 8 अगस्त को भी वर्षापात होने की संभावना है।


बाढ़ से बिहार के 16 जिले के 1,165 पंचायतें प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिले के कुल 121 प्रखंडों की 1,165 पंचायतें प्रभावित हुयी हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। गोपालगंज में 02, खगड़िया में 01 और समस्तीपुर में 05 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। इन सभी 08 राहत शिविरों में कुल 12,202 लोग आवासित हैं। उन्होंने बताया कि 1,379 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 9,97,779 लोग भोजन कर रहे हैं। वहीं करीब 4,80,884 लोगों को निष्क्रमित किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक 03 लाख 75 हजार 547 परिवारों के बैंक खाते में कुल 225 करोड़ रुपए जीआर की राशि भेजी जा चुकी है।

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