बाढ : नल जल योजना के नाम पर मची है लूट, ग्रामीणों का आरोप- वार्ड सदस्य कहते हैं, कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा
बाढ़ (कमोद कुमार)। बिहार की नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल पटना जिला के बेलछी प्रखंड में विभागीय उदासीनता और जनप्रतिनिधियों की अकर्मण्यता के कारण दम तोड़ता नजर आ रहा है। विभाग लाख दावे कर ले लेकिन बिहार के कई पंचायतों से नल जल योजना को लेकर कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं, वहीं उक्त शिकायतों का समाधान करने के बजाय जनप्रतिनिधि लोगों पर ही अपना गुस्सा जाहिर कर लोगों को धमका रहे हैं।
कुछ ऐसा ही मामला पटना जिला के बाढ़ अनुमंडल स्थित बेलछी प्रखंड के अंदौली दरवेशपुरा पंचायत के वार्ड नंबर 7 का है। अंदौली दरवेशपुरा पंचायत के हरिजन बहुल बस्ती दल्लो चक गांव में नल जल योजना का कार्य लगभग डेढ़ वर्ष पहले शुरू किया गया था। इस दौरान गांव की सड़क को बीचो बीच खोद दिया गया, लेकिन पिछले डेढ़ वर्षों में उक्त गांव में नल जल योजना का लाभ अब तक ग्रामीणों को नहीं मिला है, बल्कि सड़कों पर गड्ढे कर देने के कारण स्थिति काफी खराब हो गई है। दो चक्का वाहन भी कैसे गांव में दाखिल होता होगा यह तस्वीर देखकर आप भी बखूबी समझ सकते हैं। ग्रामीण बताते हैं की लोहे का मीनार तो खड़ा कर दिया गया है लेकिन पानी की टंकी अब तक नहीं लगाई गई है। यही नहीं घरों तक जल पहुंचाने के लिए पाइप भी पहुंचा दिया गया है लेकिन उसका कनेक्शन नहीं किया गया है। आधा अधूरा कार्य को लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय मुखिया एवं वार्ड सदस्य से इस बाबत कई बार शिकायतें की, लेकिन शिकायतों को पूरी तरह से अनसुना कर दिया गया और मंगलवार को आखिरकार ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। गांव के दर्जनों पुरुष एवं महिलाएं सड़क पर उतर आए और मुखिया-वार्ड सदस्य के खिलाफ जमकर नारे लगाए, साथ ही नीतीश सरकार को जमकर खरी-खोटी भी सुनाई।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन लोगों ने मुखिया और वार्ड सदस्य से नल जल का कार्य जल्द संपन्न कराने का आग्रह किया तो वार्ड सदस्य ने कहा कि तुम लोगों को जहां जाना है जाओ, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। बताया जाता है कि वार्ड सदस्य भी उक्त गांव का ही रहने वाला है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार के इस महत्वकांक्षी योजना को जनप्रतिनिधि ही पलीता लगाने का काम कर रहे हैं, जिसका खामियाजा सरकार को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि नल जल योजना के तहत उक्त पंचायत में लाखों रुपए का गबन वार्ड सदस्य के मिलीभगत से किया गया है। नल जल योजना के कार्य को कागज पर दिखा कर लाखों रुपया का गबन किया गया है। अगर इसकी जांच हो जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
बहरहाल, पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक सरकारी कार्यक्रम में सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना को लेकर कई दावे किए थे लेकिन उन दावों की हकीकत क्या है यह किसी से छिपी नहीं है। अब आगे देखना है कि नल जल योजना के नाम पर जिस तरह से बिहार के विभिन्न पंचायतों में भ्रष्टाचार किया जा रहा है, उस पर अंकुश लगाने और भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को शिकंजे में लेने के लिए नीतीश सरकार क्या कदम उठाती है।