प्रवासी मजदूरों ने बिहार सरकार की बढ़ाई चिंता, पटना के क्वॉरेंटाइन सेंटरों से 6 मिले कोरोना पॉजिटिव, आंकड़ा पहुंचा 663
पटना। लॉक डाउन-3 के दौरान बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से फिर बढ़ी है। क्वॉरेंटाइन सेंटरों में क्वॉरेंटाइन किए गए प्रवासी मजदूरों ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अभी जो बाढ़ और पंडारक से नए मामले सामने आए हैं, वह सभी क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रह रहे थे। स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी की रविवार को बिहार में अभी फिर दस कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। पटना जिला में आज 9 कोरोना मरीज पाए गए हैं जिसमें एक की मौत हो गई है।
आरा के चरपोखरी से एक, पटना के पंडारक हाई स्कूल से दो औऱ बाढ़ के शिक्षक ट्रेनिंग क्वॉरेंटाइन सेंटर से चार प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं औरंगाबाद के मदनपुर से एक और नवादा से तीन मिले कोरोना मरीज मिले हैं। इस तरह बिहार में अभी तक 52 कोरोना मरीज मिल चुके हैं।
इसके पहले सात कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। चार पूर्वी चंपारण के और तीन मुजफ्फरपुर के हैं। मुजफ्फरपुर में दो दिन में छह मरीज मिले हैं। वहीं बिहार में कोरोना से 6वीं मौत हो गई है। पटना के पीएमसीएच में कोरोना पॉजिटिव मरीज ने दम तोड़ा है।
इसके पहले 17 कोरोना पॉजिटिव मामले मिले, जिसमें पटना जिला में तीन और कोरोना के मरीज मिले हैं, यह सभी आलमगंज, बाढ़ के दयाचक, बेलछी के हैं, जिसमें बेलछी के 60 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत हो गई है, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। गांव को सील करने की कार्रवाई जारी है। वहीं 8 किशनगंज, 2 गया, 3 अरवल और 1 अररिया में कोरोना के मरीज पाए गए हैं। बता दें आज सुबह 18 मरीज मिले थे। इस तरह अब बिहार में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 663 हो गई है। वहीं 330 मरीज ठीक हो कर घर चले गए हैं।