PATNA : पालीगंज के चार गांव के मतदाताओं ने लिया बड़ा फैसला, कहा- इस कारण मतदान का करेंगे बहिष्कार
पालीगंज। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद स्थानीय लोग समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरने लगे हैं और स्थानीय जनप्रतिनिधि को गलती का अहसास करा रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला रविवार को पटना जिला के पालीगंज विधानसभा में देखने को मिला। पालीगंज के बहेरिया निरखपुर गांव स्थित शिव मंदिर परिसर में चार गांवों के हजारों ग्रामीण मतदाताओं ने बैठक कर पालीगंज से निरखपुर-गौसगंज होते किंजर के पास अरवल-जहानाबाद मुख्य सड़क तक सड़क निर्माण की मांग को लेकर वोट बहिष्कार करने का बड़ा निर्णय लिया है।
पालीगंज प्रखंड के बहेरिया निरखपुर गांव स्थित शिवमंदिर परिसर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता सिद्धिपुर गांव निवासी अनुराग शर्मा ने किया। बैठक में छोटकी निरखपुर, बड़ी निरखपुर, सिद्धिपूर व महेशपुर गांव के ग्रामीण मतदाताओं ने भाग लिया। बैठक में सड़क निर्माण की मांग को लेकर चर्चा किया गया। ग्रामीणों को कहना था कि आजादी के पूर्व से यह सड़क की अपनी निजी जमीन होते हुए भी सरकार की उपेछा का शिकार रहा है। जहां सड़कों की जमीन नहीं थी वहां जमीन अधिग्रहण कर सड़क बना दिया गया लेकिन इस पर आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। मौके पर मौजूद सभी ग्रामीणों ने बताया कि स्वतंत्रता के बाद से यहां की जनता स्थानीय नेताओं से सड़क के लिए कई मर्तबा गुहार लगायी लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नही दिया। बैठक के दौरान इन चार गांवों के ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि यदि इस सड़क का निर्माण नहीं कराया गया तो हम सभी ग्रामीण मतदाता “रोड नहीं तो वोट नही” के तर्ज पर आगामी विधानसभा से लेकर लोकसभा चुनाव में भी मतदान का बहिष्कार करेंगे। इस दौरान नाराज ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया।
इस मामले में पालीगंज एसडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि ग्रामीण मतदाताओं द्वारा सड़क निर्माण की मांग को लेकर वोट बहिष्कार करने की जानकारी मिली है। फिलहाल ग्रामीणों को समझाने के लिए संबंधित सेक्टर के पदाधिकारी जैसे बीडीओ व प्रशासन को भेजा हूं। यदि उनकी बात ग्रामीण नहीं मानते हंै तो मैं खुद भी ग्रामीणों को समझाने जाऊंगा। वहीं एसडीओ ने बताया कि सड़क निर्माण में मेरी ओर से जो भी संभव होगी, ग्रामीणों को मदद करूंगा।
ज्ञात हो कि इसी सड़क से होकर पूर्व में आम लोग व व्यापारी सोनपुर के बाद बिहार का सबसे बड़ा पशु मेला समदा गांव में कई राज्यों से आते थे। इस सड़क के निर्माण से निरखपुर, सिद्धिपुर, रघुनाथपुर, मेरा, महेशपुर, दहिया, बसंत बिगहा, समदा, महुआरी, गौसगंज, कौरी, काढ़ेकुड़ा, हेलहा व रूपापुर सहित दर्जनों गांव जुड़ेगी। जिससे यातायात के अलावे ग्रामीण इलाकों के लोगो को रोजगार मिलेगी।