पटना की गलियों में नहीं गूंजा ‘गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल’, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए निगम कर्मचारी
पटना। पटना नगर निगम के आठ हजार कर्मचारी गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। घर-घर से कचरा जमा करने वाले नगर निगम के कर्मी अपनी मांगों को लेकर सुबह से ही विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी में जुटे रहे। जिसके कारण पटना की गलियों में गुरुवार को ‘गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल’ गाने की धुन नहीं सुनाई दी।
नगर निगम कर्मियों ने राजधानी के सभी छह अंचल कार्यालयों (नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, बांकीपुर, पटना सिटी और अजीमाबाद) में तालाबंदी कर गेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया। मांगों को लेकर विरोध कर रहे कर्मियों ने नूतन राजधानी अंचल के गेट के बाहर आगजनी भी की। प्रदर्शनकारियों ने कचरा उठाने के लिए गाड़ी को नहीं निकलने दिया। जिसके कारण आज न घरों से कचरा उठाया गया और न सड़कों की सफाई ही हुई। निगम कर्मियों की हड़ताल से आमलोगों को परेशानी हुई है। जिन्हें पता था उनलोगों ने तो सुबह कचरे की थैली को घर से बाहर नहीं रखा, लेकिन जिन्हें नहीं पता था वे कचरा घर से बाहर निकालकर कचरे वाली गाड़ी के आने का इंतजार करते रहे।
बता दें पटना नगर निगम के आठ हजार कर्मचारी गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह, संयोजक रामयतन प्रसाद व सह-संयोजक मंगल पासवान ने कहा कि गल 8 फरवरी को निगम के स्तर पर हुए समझौते का कार्यान्वयन अब तक नहीं किया जा सका है। नगर विकास विभाग की ओर से बार-बार दैनिक मजदूरों को हटाने का प्रस्ताव जारी किया जाता है। लोकायुक्त के आदेश पर हाइकोर्ट की टिप्पणी के बाद भी निगम कर्मचारियों को धमकाने की कोशिश की जा रही है। समय पर वेतन का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर कर्मचारियों में आक्रोश गहराया हुआ है।