तेज प्रताप यादव ने बढ़ाई राजनीतिक सक्रियता, कहा- राजद का पहला लक्ष्य राज्य को राजग सरकार से मुक्त करना
पटना। राजद सुप्रीमो व पिता लालू प्रसाद से रांची में मुलाकात कर आर्शीवाद लेकर लौटने के बाद बड़े पुत्र व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने सियासी गतिविधियां तेज कर दी है। वे सोमवार को भी राजद कार्यालय पहुंचे और टिकट के दावेदारों सहित पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। बता दें कि पिछले तीन सालों से वे राजद कार्यालय नहीं गए थे। लेकिन अब अचानक पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं से मिलना और सभी को मोटिवेट करना, कहीं न कहीं राजद सुप्रीमो के डैमेज कंट्रोल का हिस्सा माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि टिकट को लेकर सैकड़ों कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व से बात नहीं होने के कारण खफा थे। ऐसे में लालू यादव ने तेजप्रताप को हर एक राजद कार्यकर्ताओं की बात को सुनने और समझाने के लिए आगे किया है।
सोमवार को तेजप्रताप ने राजद कार्यालय में मुलाकात करने आए कार्यकर्ताओं से कहा कि जमीन से जुड़े कार्यकर्ता को ही टिकट दिया जाएगा। मगर टिकट किसी भी क्षेत्र में एक ही कार्यकर्ता को दिया जाएगा। जो वंचित रह जाएंगे, उन्हें निराश नहीं होना है। आगे भी रास्ता खुला रहेगा। राजद का पहला लक्ष्य है राज्य को राजग सरकार से मुक्त करना। हमें एकजुट होकर नीतीश कुमार को हराना है। यह सरकार किसानों और युवकों की विरोधी है। तेज प्रताप ने 4 सितंबर को होने वाले छात्र राजद के कार्यक्रम की भी समीक्षा की।
वहीं उन्होंने रांची में एफआइआर दर्ज होने के बारे में कहा कि मैंने झारखंड के मुख्य सचिव से मुलाकात कर आग्रह किया था। कोरोना की जांच भी कराई थी, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। हमारे साथ और भी लोग थे। मैंने गेस्ट हाउस की मांग की थी, जो नहीं मिला। ऐसे में कोई सड़क पर तो सो नहीं सकता। इसलिए मुझे होटल में ठहरना पड़ा।