तेजस्वी का हमला: नीतीश जी आपके घर में सीधी पहुंच रखने वाले शराब माफिया अब पुलिस का ही एनकाउंटर कर रहे?
पटना। बिहार के सीतामढ़ी के मेजरगंज के कोवारी गांव में शराब तस्कर और पुलिस के बीच बुधवार को हुई मुठभेड़ में पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर (दारोगा) शहीद हो गए हैं। वहीं एक चौकीदार भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया है। शहीद एसआई दिनेश राम मेजरगंज थाने में पदस्थापित थे। इस घटना पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, सीतामढ़ी में शराब तस्करों ने सब इंस्पेक्टर दिनेश राम की गोली मारकर हत्या कर दी है और एक अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया है!
माननीय मुख्यमंत्री @नीतीश कुमार जी, आपके घर में सीधी पहुँच रखने वाले शराब माफिया में इतना दु:साहस कहाँ से आया कि वो अब पुलिस का ही एनकाउंटर कर रहे है?
सीतामढ़ी में शराब तस्करों ने सब इंस्पेक्टर दिनेश राम की गोली मारकर हत्या कर दी है और एक अन्य को गम्भीर रूप से घायल कर दिया है!
माननीय मुख्यमंत्री @NitishKumar जी, आपके घर में सीधी पहुँच रखने वाले शराब माफिया में इतना दुःसाहस कहाँ से आया कि वो अब पुलिस का ही एनकाउंटर कर रहे है?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 24, 2021
बता दें बुधवार को मेजरगंज पुलिस को सूचना मिली थी कि नेपाल के रास्ते बिहार में शराब की बड़ी खेप लाई जा रही है। पुलिस ने सूचना के आधार पर घेराबंदी की। लेकिन पुलिस को इस बात का अंदाजा नहीं था कि शराब तस्कर हथियारों से लैस होंगे। पुलिस की गाड़ी रूकते ही तस्करों ने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस पर नजर पड़ने के बाद रंजन सिंह अपने साथियों के साथ घर में छिप कर गोलियां बरसा रहा था। इस दौरान शराब तस्करों के साथ मुठभेड़ में एक गोली सब इंस्पेक्टर दिनेश राम को लगी, जबकि दूसरी गोली चौकीदार लाल बाबू पासवान को लगी। दारोगा और चौकीदार को गोली लगने के बाद कुछ पुलिस कर्मियों ने तुरंत इसकी सूचना थाने को दी। इसके बाद दल-बल के साथ पहुंची पुलिस ने शराब तस्कर रंजन सिंह को मुठभेड़ में ढेÞर कर दिया। पुलिसकर्मी आननफानन में दोनों घायलों को सदर अस्पताल लेकर जाने लगे, लेकिन सब इंस्पेक्टर की रास्ते में ही मौत हो गई। जबकि घायल चौकीदार का इलाज अस्पताल में चल रहा है। बताया जाता है कि मृतक अपराधी रंजन सिंह रंगदारी मामले का भी आरोपित है। घटना को अंजाम देकर उसके दो साथी फरार हैं, जबकि एक साथी मुकुल सिंह ने सरेंडर कर दिया है।
मेजरगंज सीतामढ़ी जिले का नेपाल सीमा से सटा हुआ ब्लॉक है। जहां यह मुठभेड़ हुई है वह बॉर्डर से 2 किमी दूर है। खुली सीमा होने की वजह से इलाके में तस्कर नेपाल से आसानी से शराब की सप्लाई सीतामढ़ी जिले समेत आसपास के इलाकों में करते हैं।