ताकतवर विपक्ष बनी महागठबंधन; RJD का स्ट्राइक रेट घटा, नीतीश के शपथ ग्रहण समारोह का किया बहिष्कार
पटना। बिहार में 110 सीट लाकर ताकतवर विपक्ष बनकर उभरी महागठबंधन से पार पाना नीतीश सरकार के लिए अब इतना आसान नहीं रह गया है। महागठबंधन चुनाव नतीजे को आसानी से नहीं पचा पा रहा है। राजद सबसे ज्यादा 75 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन पिछले बिहार चुनाव के मुकाबले उसे कुछ सीटों का नुकसान हुआ है। यहां तक की स्ट्राइक रेट भी घटी है। इस बीच राजद का आरोप है कि एनडीए ने जनादेश को लूटने का काम किया है। इसी को लेकर राजद नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रम का बहिष्कार किया है। राजद ने ट्वीट किया, राजद शपथ ग्रहण का बहिष्कार करता है। बदलाव का जनादेश राजग के विरुद्ध है। जनादेश को शासनादेश से बदल दिया गया। विपक्षी पार्टी ने राजग पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, बिहार के बेरोजगारों, किसानों, संविदाकर्मियों और नियोजित शिक्षकों से पूछिए कि उन पर क्या गुजर रही है। राजग के फर्जीवाड़े से जनता आक्रोशित है। हम जनप्रतिनिधि हैं और जनता के साथ खड़े हैं।
राजद ने एक अन्य ट्वीट किया, बिहार में दो मजबूरों की मजबूर सरकार बन रही है। एक शक्तिविहीन, शिथिल और भ्रष्ट प्रमाणित हो चुके मजबूर मुख्यमंत्री और दूसरा चेहरा विहीन एवं तन्त्र प्रपंच को मजबूर वरिष्ठ घटक दल। लालू प्रसाद की पार्टी ने कहा, इनकी मजबूरी का कारण राजद का जनाधार और बिहार के लोगों द्वारा तेजस्वी यादव को अपना सर्वाधिक प्रिय नेता स्वीकार कर लेना है।