जेएनयू छात्र के जहरीले बोल पर एकजुट हुए सियासतदान, सबों ने कहा- कार्रवाई करे सरकार

पटना। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम के देशद्रोही वाले बयान को लेकर बिहार में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। सभी पार्टियां उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहती है। फिलहाल शरजील भूमिगत हो गया है और पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए उसके बिहार के जहानाबाद स्थित आवास समेत अन्य जगहों पर लगातार छापेमारी कर रही है। उसका अंतिम लोकेशन पटना में मिला है। बता दें जहानाबाद के मूल निवासी शरजील के पिता अकबर इमाम जनता दल यूनाइटेड के नेता रहे तथा उसका भाई जहानाबाद से पूर्व सांसद अरुण कुमार का करीबी माना जाता है। हालांकि, जेडीयू ने भी उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
त्यागी ने बताया उत्तेजना फैलाने वाला विध्वसंक बयान
शरजील इमाम के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने उसे उत्तेजना फैलाने वाला तथा विध्वंसक बताया। उन्होंने कहा कि इससे शांतिपूर्ण आंदोलन भी बदनाम हुआ है। पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने भी शरजील पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इसमें बिहार सरकार केंद्र सरकार को पूरी मदद करेगी।
कांग्रेस ने कहा: पाताल से भी खोजकर निकाले पुलिस
कांग्रेस ने भी शरजील के भाषण को देशद्रोह बताया। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि ऐसे बयानों को किसी धर्म या सम्प्रदाय से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। असम देश के अखंड भाग है, इसे अलग करने की बात करनेवालों पर सख्त करवाई की जानी चाहिए। आसाम तो बड़ी बात है, एक इंच भूमि भी नहीं देंगे। पुलिस उसे पाताल से भी खोजकर निकाले।
राजद की मांग: कड़ी कार्रवाई करे सरकार
राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी कहा कि ऐसे देश विरोधी बयान का पार्टी विरोध करती है। शरजील पर राज्य व केंद्र की सरकारों को कड़ी करवाई करनी चाहिए।
आरके सिन्हा ने कहा: देश के खिलाफ साजिश बर्दाश्त नहीं
शरजील के बयाने को देशद्रोही बताते हुए भाजपा सांसद आरके सिंह ने कहा कि देश की एकता व अखंडता के खिलाफ साजिश बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि असम को देश से अलग करने की मांग कभी मोहम्मद अली जिन्ना ने भी किया था। उन्होंने शरजील जैसे तत्वों को भारत विरोधी ताकतों से धन व समर्थन मिलने का आरोप लगाया। शाहीनबाग के आंदोलन पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि वहां के लोग चाहते हैं कि भारत धर्मनिरपेक्ष नहीं रहे।
विदित हो कि शरजील इमाम ने बीते दिनों अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में दिए अपने भाषण में असम को शेष भारत को अलग करने की बात कही थी। उसने कहा था कि असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। इसके बाद अलीगढ़ व असम में उसके खिलाफ देशद्रोह व धर्म के आधार पर वैमनस्यता फैलाने सहित कई संगीन आरोपों में एफआइआर दर्ज किए गए।
