जीडीएसएफ की बैठक में बोले कुशवाहा, मजलूमों व वंचितों की लड़ाई हर स्तर पर लड़ेंगे
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (जीडीएसएफ) की आहूत बैठक में नेताओं ने जनसरोकारों की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक जारी रखने का फैसला किया है। इस दौरान नेताओं ने संकल्प लिया कि मजलूमों व वंचितों की लड़ाई हर स्तर पर लड़ी जाएगी और फ्रंट मजबूत विपक्ष की भूमिका अदा करेगा। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में फ्रंट ने भविष्य की राजनीति और रणनीति पर चर्चा की और तमाम नेताओं ने माना कि बिहार की आवाम ने जो जनादेश दिया उससे फ्रंट को मजबूती मिली है और लोगों ने इसमें विकल्प देखा है।
सड़क पर मुद्दों की लड़ाई लड़ेंगे
फ्रंट के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने एआइएमआइएम प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी व जीते हुए तमाम विधायकों को बधाई देते हुए कहा कि हम मुद्दों की लड़ाई लड़ेंगे। आप सदन के अंदर पूरे बिहार और खास कर सीमांचल के दबे-कुचले लोगों की आवाज बनेंगे और हम सड़क पर मुद्दों को लेकर उतरेंगे। उन्होंने कहा कि सीमांचल जो बिहार का सबसे पिछड़ा इलाका है, उस पर विशेषतौर पर फोकस रहना चाहिए ताकि जिन लोगों ने आप पर भरोसा किया है उनका भरोसा और मजबूत हो और इसकी जरूरत भी है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को डरा कर वोट लिया जाता रहा है लेकिन उनके मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया गया। शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार जैसे सवालों को ओझल किया गया और उन पर बात कभी हुई ही नहीं इसलिए उन सवालों पर केंद्रित करें और शोषितों-वंचितों की लड़ाई लड़ें।