PATNA : जागरण बंद कराने गयी पुलिस पर उग्र ग्रामीणों ने किया पथराव, तीन पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त, दोषियों की पहचान जारी

फतुहा। शुक्रवार की देर रात किसी आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए नालंदा जिले के चंडी थाने की पुलिस के साथ जब पटना के स्थानीय पुलिस मकसुदपुर गांव के गांधी टोला में पहुंची तो देखा कि वहां पर बिना अनुमति का जागरण कार्यक्रम चल रहा है। जब पुलिस ने बिना अनुमति के चल रहे जागरण कार्यक्रम को बंद करने को कहा तो स्थानीय ग्रामीण उग्र हो गये और एकाएक पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया।

इसी बीच चंडी थाने की पुलिस जागरण कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित आरोपी को पकड़ने की कोशिश की तो ग्रामीण और उग्र हो गये और सभी पुलिसकर्मियों पर पथराव कर खदेड़ दिया। जब पुलिस ने कठोरता दिखाई तो ग्रामीणों ने घटनास्थल पर लगे पुलिस के तीन वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। क्षतिग्रस्त वाहनो में दो चंडी थाने की तथा एक फतुहा के औद्योगिक क्षेत्र की गश्ती वाहन शामिल है। इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों पर लाठी-डंडे भी चलाए, जिसमें फतुहा थाना के एक गृह रक्षा वाहिनी दल का जवान आमोद कुमार सिंह गंभीर रुप से जख्मी हो गए तथा एक अन्य जवान रामस्वार्थ सिंह चोटिल हो गए। बताया जाता है कि चंडी थाने की पुलिस भी इस घटना में जख्मी हुए हैं। स्थिति बेकाबू होने के कारण पुलिस को जान बचा कर मौके से भागना पड़ा। रात में ही सभी जख्मी पुलिसकर्मी का इलाज पीएचसी में कराया गया।
ग्रामीणों की माने तो जागरण कार्यक्रम को पुलिस आरोपी के गिरफ्तारी नहीं होने पर जबरन बंद करा रही थी। वहीं पुलिस की माने तो जागरण कार्यक्रम की इस कोरोना काल और चुनावी माहौल में किसी तरह की अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस के अनुसार, पुलिस कर्मियों पर पथराव व जानलेवा हमला करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों की पहचान की जा रही है।