छात्र-छात्राओं के लिए वेटनरी साईंस में रोजगार की व्यापक संभावनाएं: कुलपति

फुलवारी शरीफ। सोमवार को बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् में कृषि-शिक्षा एक पहल और राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना के तहत आयोजित करियर काउंसलिंग में केंद्रीय विद्यालय, शेखपुरा के करीब 80 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। करियर काउंसलिंग में छात्रों को कृषि एवं कृषि संबंधित क्षेत्रों में रोजगार के अवसर के बारे में जानकारियां दी गयी।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि काउंसलिंग का मुख्य उद्देश्य कृषि एवं कृषि संबंधित क्षेत्रों में संभावनाओं को छात्रों तक लेकर जाना है ताकि वो मानव चिकित्सा और इंजीनियरिंग से अलग हट कर भी एक बेहतर विकल्प को देख सकें। उन्होंने छात्रों को बताया कि दूध उत्पादन में भारत अव्वल स्थान रखता है मगर ग्लोबल एवरेज मिल्क प्रोडक्शन में हम अब भी पीछे हैं। छात्र-छात्राओं के लिए वेटनरी सार्इंस दूसरा सबसे बड़ा विकल्प बन सकता है और आने वाले दिनों में इसमें आपार संभावनाएं हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह क्षेत्र आपको बहुत आगे लेकर जा सकता है, बस बेहतर करने की जरुरत है। जिस प्रकार डॉक्टर और इंजीनियर बनकर उच्च आय कमाया जा सकता है, वैसा इस क्षेत्र में भी संभव है।
वहीं निदेशक अनुसंधान डॉ. रविंद्र कुमार ने कहा कि बारहवीं में आते ही छात्रों के मन में ये कौतूहल का विषय होता है कि किस क्षेत्र को चुनें, मेडिकल और इंजीनियरिंग की ओर भीड़ ज्यादा बढ़ती है, मगर कृषि और इनसे जुड़े क्षेत्र भी बहुत व्यापक है और छात्र इसमें बेहतर विकल्प तलाश सकते हैं। बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. जेके प्रसाद ने कहा कि इस क्षेत्र से छात्रों को इस क्षेत्र से साक्षात्कार करने की आवश्यकता है, विद्यार्थियों में इस क्षेत्र के प्रति जागरूक करना ही हमारा सबसे बड़ा उद्देश्य है। इस काउंसलिंग में केंद्रीय विद्यालय की शिक्षिका सुषमा मिश्रा झा सहित अन्य शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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