बिहार चुनाव : नीतीश तोड़ेंगे रिकार्ड या तेजस्वी का जलेगा लालटेन, फुलप्रूफ व्यवस्था के बीच मतगणना मंगलवार को, कुल 3734 उम्मीदवार हैं मैदान में
पटना। बिहार में नीतीश कुमार चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री बनकर रिकार्ड तोड़ेंगे या तेजस्वी का लालटेन जलेगा। इस पर फैसला आने में अब कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं। 17वीं बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को जब बिहार के 243 सीटों के लिए हुए वोटिंग का ईवीएम खुलेगा तो पता चल जाएगा कि चुनाव में भाग्य आजमा रहे कुल 3734 उम्मीदवारों में किसका जिन्न ईवीएम से निकला और किसका सूपड़ा साफ हो गया। मंगलवार की सुबह पौने नौ बजे से मतगणना का पहला रुझान आना शुरू हो जाएगा। वहीं प्रत्याशियों के साथ ही उनके करीबी कार्यकर्ताओं के दिल की धड़कनें काफी तेजी से धड़कने लगी है। कौन कितने पानी में हैं और जनता ने किसे सिर आंखों पर बिठाया है, आज स्पष्ट हो जाएगा। बता दें राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर एक साथ मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गयी है। 38 जिलों में 55 स्थानों पर होने वाली मतगणना को लेकर चुनाव आयोग ने सुनिश्चित भी कर लिया है कि सभी जिलों में आल इज वेल है।
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह से मिली जानकारी के अनुसार इस बार कोरोना के कारण एहतियात बरतने और बूथों की संख्या पिछले चुनावों के मुकाबले 73 हजार अधिक होने के कारण परिणाम में थोड़ी देरी होगी। आठ बजे मतगणना शुरू होगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जायेगी। 8.30 बजे से इवीएम के वोटों की गिनती शुरू हो जायेगी। पूरी प्रक्रिया के बाद इवीए का परिणाम जारी होने में करीब 45 मिनट का समय लगेगा। प्रत्येक टेबुल पर एक माइक्रो आॅब्जर्वर, काउंटर सुपरवाइजर और काउंटर सहायक होगा। कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट के डी-सीलिंग और चुनाव परिणाम को प्रदर्शित करने के लिए हर टेबुल कर्मी होगा। एक हॉल में करीब मतगणना कर्मियों सहित करीब 75 कार्मिक होंगे।
तीन चक्रीय सुरक्षा, 78 कंपनी सुरक्षा कर्मी तैनात
मतगणना केंद्र को जोड़ने वाले मार्ग पर बैरिकेडिंग रहेगी। पासधारी को ही मतगणना केंद्र की तरफ आने दिया जायेगा। पहले चक्र पर होमगार्ड आदि तैनात रहेंगे। मतगणना स्थल के मुख्य प्रवेश द्वार व आसपास बिहार पुलिस-बीएमपी के जवानों की तैनाती की जा रही है। स्ट्रांग रूम से मतगणना हॉल तक की सुरक्षा का जिम्मा 19 कंपनी पारा मिलिट्री के हाथों में रहेगा। वहीं मतगणना के बाद विधि-व्यवस्था को संभालने के लिए भी 59 कंपनी केंद्रीय बल लगाया गया है।
सबसे अधिक मतगणना हॉल पटना में
पूर्वी चंपारण, सीवान, बेगूसराय और गया में तीन-तीन और नालंदा, नवादा, बांका, पूर्णिया भागलपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सहरसा में दो-दो मतगणना केंद्र हैं। 55 मतगणना केंद्रों पर 243 सीटों की गिनती के लिए 414 हॉल तैयार किये गये हैं। एक हॉल में एक विधानसभा क्षेत्र के वोटों की गिनती होगी। सबसे अधिक पटना में 30 हाल हैं। सारण, समस्तीपुर, गया में 20-20 हाल हैं।