गोपालगंज : ग्रामीण महिलाएं कोरोना वायरस से बचाव के लिए कर रही ‘टोटरम’
गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज जिले के मांझागढ़ ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अंधविश्वास पर भरोसा करते हुए सनातन धर्म के अनुसार कोरोना से बचाव हेतु “टोटरम” कर रही हैं। यहां शाम को सात बजे घर से बाहर दीप जलाये जा रहे हैं। इन महिलाओं का मानना है कि घर के बाहर दीप जलने से कोरोना का वायरस घर में प्रवेश नहीं कर सकता है। वहीं दूसरी तरफ महिलायें कुओं में नल से पानी चला कर पानी कुआं में भर रही है। पूछताछ करने पर महिलाओं ने बताया कि जिसके जितने बेटे हैं, उतने बाल्टी पानी नल से भर कर कुओं में डालने से बेटा कोरोना से संक्रमित नहीं हो सकता है। जब पूछा गया कि बेटी के लिए कुआं में पानी भरे है कि नहीं तो उन्होंने बताया कि बेटी की लिए कोई आवश्यकता नहीं है। बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा गांव-गांव में जाकर लोगों को समझाया जा रहा है कि कोरोना से बचाव हेतु अभी दुनिया में कोई दवा नहीं बना है। इस बचाव का सरल उपाय है साफ़ सफाई से रहना तथा एक दूसरे से बचना। फिर भी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं साफ सफाई पर ध्यान आकर्षित न कर, एक-दूसरे से बचने का प्रयास न कर अंधविश्वास पर भरोसा करते हुए टोटरम करने पर ज्यादा विश्वास कर रही हैं।