BIHAR : गया में माओवादियों ने डायनामाइट लगा सामुदायिक भवन को उड़ाया, मांझी ने किया था उद्घाटन
गया। बिहार के गया जिले में संदिग्ध नक्सलियों ने रविवार देर रात लगभग 12 बजे एक नवनिर्मित सामुदायिक हॉल को डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया। ध्वस्त समुदायिक भवन का बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने शिलान्यास किया था। मौके से लेवी संबंधित पर्चे भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने केंद्रीय बलों के साथ मिलकर औरंगाबाद और पलामू (झारखंड) जिले की सीमाओं के करीब डुमरिया के जंगलों और पहाड़ियों में माओवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर सर्च अभियान शुरू कर दिया है।
माओवादी दो आईईडी छोड़े
पुलिस ने बताया है कि गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के बोधी-बिगहा गांव में रविवार देर रात सीपीआई (माओवादी) के एक सशस्त्र दस्ते ने एक इमारत को डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया। इमारात को ध्वस्त करने के पश्चात माओवादी दो आईईडी छोड़ दिए हैं। एक समुदायिक भवन के पीछे और दूसरा समुदायिक भवन के आगे। साथ ही नक्सलियों द्वारा हाथों से लिखे गए पर्चे को भी समुदायिक भवन के पास छोड़ा गया है।
पूर्व एमएलसी से 2 करोड़ रुपये की मांगी लेवी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, माओवादी ने मौके पर कुछ पर्चे छोड़े और पूर्व एमएलसी से 2 करोड़ रुपये की लेवी की मांग की। माओवादियों द्वारा लिखे गए पर्चे में लिखा है कि अनुज सिंह पुलिस का मुखबिर है, जिसने आम लोगों और माओवादियों के प्रति सहानुभूति रखने वालों को परेशान किया और इसके लिए अनुज सिंह को चेतावनी दी गई। दावा किया गया है कि नेताओं के द्वारा गलत तरीके से बनाई गई संपत्ति व ठेकेदारों और जमींदारों की संपत्तियों पर माओवादियों का हमला आगे भी जारी रहेगा। माओवादियों ने कहा है कि हमारी लड़ाई अनुज सिंह जैसे लोगों के खिलाफ जारी रहेगी, जो दिए गए अनुबंधों के बहाने माओवादी नेताओं से भारी धन प्राप्त करते हैं। अनुज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है और बोधी-बिगहा में पुलिस पिकेट स्थापित करने की मांग की है।
एमएलसी फंड से बना था सामुदायिक हॉल
ग्रामीणों के अनुसार, जिस सामुदायिक भवन को माओवादियों ने ध्वस्त किया है, उसे जदयू एमएलसी फंड के तहत 20 लाख रुपये की लागत से बनाया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि माओवादियों ने सामुदायिक भवन को इसलिए विस्फोट से उड़ा दिया क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विधानसभा चुनाव से पहले भवन का उद्घाटन किया था। डुमरिया इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में आता है और मांझी एक बार फिर से इस क्षेत्र से चुनाव जीते हैं। सामुदायिक भवन के समय जीतन राम मांझी ने आश्वासन देते हुए कहा था कि एक नया पुलिस पिकेट सामुदायिक हॉल में स्थापित किया जाएगा। पूर्व एमएलसी अनुज कुमार सिंह के फंड से बनने वाला सामुदायिक हॉल कुछ समय से माओवादियों के रडार पर था। गौरतलब है कि नोटबंदी के दौरान माओवादियों ने अनुज सिंह को 2 करोड़ रुपये दिये थे, जिसे उन्होंने वापस नहीं किया। इसका बदला लेने के लिए 27 मार्च, 2019 को माओवादियों ने डुमरिया में अनुज सिंह के घर को विस्फोट से उड़ा दिया था।