BIHAR : क्षेत्रीय रेलों की कार्य प्रदर्शन की अर्द्धवार्षिक समीक्षा बैठक में पूर्व मध्य रेल को दूसरा स्थान

हाजीपुर। भारतीय रेल अपने आधारभूत संरचनाओं के उन्नयन और नई तकनीकों को अपनाकर भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसी प्रतिबद्धता के तहत वर्तमान में कई योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, जिसका रेलमंत्री एवं रेलवे बोर्ड द्वारा समय-समय पर समीक्षा की जाती है।
इसी क्रम में पिछले दिनों रेलवे बोर्ड और क्षेत्रीय रेलों के बीच वित्तीय वर्ष 2020-2021 के प्रथम छमाही समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में सभी 42 बिन्दुओं पर भारतीय रेल के 16 क्षेत्रीय रेलों की कार्यप्रगति की समीक्षा की गयी, जिसमें प्रत्येक बिन्दु हेतु अलग-अलग अंक निर्धारित थे। इनमेंमेंपूर्व मध्य रेलयात्री यातायात हेतु निर्धारित 10 अंकों में से 9.6 अंक, नईलाइन के निर्माण में निर्धारित 5 अंकों में से 4.9, संरक्षा से जुड़े कार्य हेतु निर्धारित 05 अंकों में से 05 अंकों के साथ लगभग शत प्रतिशत अंक प्राप्त करते हुए प्रथम स्थान पर रहा, जबकि राजस्व प्राप्ति हेतु निर्धारित 5 अंकों में से 4.2 अंक, मेल/एक्सप्रेस के समय पालन हेतु निर्धारित 5 अंकों में से 3.8 अंक, विद्युतीकरण हेतु निर्धारित 5 अंकों में से 3.3 अंक, आमान परिवर्तन हेतु निर्धारित 5 अंकों में से 3.1 अंक, गति अवरोध को कम/हटाने हेतु निर्धारित 05 अंकों में 3.9 अंक, मालगाड़ियों के औसत गति में वृद्धि हेतु निर्धारित 5 अंकों में से 4.4 अंक प्राप्त करते हुए भारतीय रेल के अन्य क्षेत्रीय रेलों से काफी बेहतर प्रदर्शन रहा। इस प्रकार पूर्व मध्य रेल क्षेत्रीय रेलों की कार्य प्रदर्शन की प्रथम छमाही समीक्षा हेतु चयनित 42 बिन्दुओं के लिए निर्धारित 150 अंकों में से 95.8 अंक प्राप्त करते हुए 63.85 प्रतिशत के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया जबकि 64.92 प्रतिशत के साथ दक्षिण पूर्व रेलवे, कोलकाता को प्रथम स्थान तथा 62.94 प्रतिशत के साथ पूर्व तटीय रेलवे, भुवनेश्वर तीसरे स्थान पर रहा।

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