कोरोना वायरस से बदल गयी बिहार के मंत्रियों की दिनचर्या, लोग दे रहे परिवार को समय
पटना। भारत में फैले कोरोना वायरस ने आम से लेकर खास लोगों तक की दिनचर्या बदल कर रख दी है। सड़कों पर कम लोग दिख रहे हैं। हमेशा गुलजार रहने वाले मार्केट प्लेस विरान नजर आ रहा है। लोग जरूरत के अनुसार घरों से बाहर निकल रहे हैं। खास बात तो यह है कि हमेशा परिवार को समय नहीं दे पाने वाले लोग इन दिनों परिवार के बीच समय गुजार रहे हैं। दूसरी ओर कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जारी एडवाइजरी ने बिहार सरकार के मंत्रियों की भी दिनचर्या बदल दी है। कोई मुलाकात करने आए लोगों से बुके लेने से परहेज कर रहा तो कोई क्षेत्र के लोगों को फोन कर पटना आने से मना कर रहा है। बैठकें कम हो गईं, लोगों से वाट्सएप पर ही काम के संबंध में जानकारी देने को कहा जा रहा है। हालांकि मंत्रीगण कह रहे कि एडवाइजरी का अनुपालन करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है।
बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी कहते हैैं कि दफ्तर नहीं जाने में परेशानी है। सेनेटाइजर का उपयोग कर रहे और डिटॉल से हाथ धो रहे हैैं। मिलने आने वाले लोगों को कहा है कि फोन पर ही काम बता दीजिए।
पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि कोरोना की वजह से दिनचर्या में तो निश्चित रूप से बदलाव आया है। मैंने लोगों से बुके लेना बंद कर दिया है। बैठक कम कर दी है। अगर एक बार दफ्तर आ गए तो निकलते नहीं हैैं। मिलने आने वाले लोगों को सेनेटाइजर लगवा रहे। पूरी तरह से एडवाइजरी का पालन कर रहे हैं।
शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने कहा कि सभी बैठकें रद्द हैैं, इसलिए निकलना कम कर दिया है। आॅफिस जा रहा हूं। संतोष इस बात का है कि बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण का अभी तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि दफ्तर में एक बार में एक ही व्यक्ति से मिल रहे। मीटिंग में भी दो-तीन लोगों से ज्यादा को नहीं बुला रहे।
जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा का कहना है कि दिनचर्या इस तरह से बदली है कि हमने 70 से 80 प्रतिशत मामले में लोगों से यह कहा है कि पटना आने की जरूरत नहीं। कोई काम है तो वाट्सएप पर उसकी जानकारी देंं। फोन से बात कर मामलों पर निर्णय लिया है। बैठक को लेकर भी सावधानी बरती जा रही है। बाढ़ प्रबंधन को लेकर बैठक थी तो मुख्य अभियंता तक को नहीं बुलाया। जरूरी लोग ही थे।
ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव तो घर के दफ्तर से ही जरूरी फाइल निबटा रहे हैैं। अगर बैठक बहुत जरूरी नहीं है तो उसे टालने की उन्होंने हिदायत दे रखी है। मिलने-जुलने आने वाले लोगों को भी परहेज करने को कहा है।