BIHAR : कृषि बिल वापस लेने की मांग को लेकर सदन में नारेबाजी, पटना में प्रतिरोध प्रदर्शन
पटना। शुक्रवार की सुबह 11 बजे बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही राजद, कांग्रेस, भाकपा-माले, माकपा और भाकपा के सदस्य कृषि बिल वापस लेने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के आग्रह पर विपक्ष के सदस्य कुछ देर के बाद ही अपनी-अपनी सीटों पर लौट गए। विधानसभा के अंदर और बाहर सीपीएम विधायक अजय कुमार, सतेंद्र यादव ने विरोध प्रकट किया।
किसानों पर लाठीचार्ज के खिलाफ प्रतिरोध प्रदर्शन
वहीं दूसरी ओर राजधानी पटना के बुद्ध स्मारक पार्क के पास विभिन्न जन संगठनों ने किसानों पर लाठीचार्ज के खिलाफ प्रतिरोध प्रदर्शन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि भाजपा की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्रीय सरकार द्वारा देश के किसानों, खेत मजदूरों की जिंदगी को तबाह एवं कारपोरेट पूंजीपतियों को मालामाल करने के इरादे से कृषि कानूनों में संशोधन कर नया कानून बना दिया है। सरकारी मंडी (खरीद) समाप्त होने से किसानों के फसल का लूट बढ़ेगा। आम गरीबों को मिल रहा खाद्य सुरक्षा प्रभावित होगा। खेत मजदूरों को रोजगार पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाएगा। किसान महीनों से नए जन विरोधी कानून के खिलाफ संघर्षरत हैं। सरकार हठधर्मिता के साथ किसानों के आवाज सुनने को तैयार नहीं है।
कार्यक्रम में सीटू के राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह, खेतिहर मजदूर यूनियन के राज्य महासचिव भोला प्रसाद दिवाकर, डीवाईएफआई के राज्य अध्यक्ष मनोज कुमार चंद्रवंशी, कर्मचारी महासंघ के राज्य अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, अरुण मिश्रा, संजय चटर्जी, रासबिहारी सिंह, दीपक कुमार सहित अन्य मौजूद थे।