एनआरसी वापस लेने और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के मांग को लेकर जविपा ने दिया धरना
पटना। बहुमत के अहंकार में चूर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ऐसे काम कर रही है, जिससे देश में सांप्रदायिक सौहार्द, राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता, धर्मनिरपेक्षता और यहां तक की संविधान पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है। वहीं दूसरी ओर संघ की गोद में जाकर बैठने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार की कोई चिंता नहीं है। इसलिए जनतांत्रिक विकास पार्टी, नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देने को बाध्य हुई है। ये कहना है पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार का, जिन्होंने गर्दनीबाग में पार्टी की ओर से धरना देते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी और बड़ी लड़ाई लड़ने को तैयार है।
श्री कुमार ने कहा कि नागरिकता कानून राष्ट्र की नींव को खोखला करने वाला कानून है। यह ना सिर्फ संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों के विरुद्ध है बल्कि संविधान के आत्मा के खिलाफ भी है। प्रदर्शन में संजय कुमार मंडल, बिंदेश्वरी मंडल, संजय मिश्रा, दशरथ पासवान, तुलसी मांझी, अमलकांत राम, अमरजीत कुमार, सकलदीप दास, राजेश दास, कौशल कुमार, विनोद राम, तनवीर हसन, अविनाश जी, आदि लोग मौजूद रहे।