इंडियन रोड कांग्रेस का 80वां वार्षिक अधिवेशन संपन्न: राज्य व केंद्र सरकार की कई परियोजनाओं व नीतियों के बारे में हुई विस्तारपूर्वक चर्चा
पटना। पथ निर्माण विभाग द्वारा आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस का 80वां वार्षिक अधिवेशन रविवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। 19 से 22 दिसंबर तक आयोजित हुए इस अधिवेशन में स्थानीय प्रतिनिधियों के अतिरिक्त देश-विदेश के दो हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ हिस्सा लिया। पटना में आयोजित हुए आईआरसी के 80वें वार्षिक अधिवेशन में तकनीकि प्रदर्शनी के साथ-साथ तकनीकि वार्षिक सत्र के बैठक का भी आयोजन किया गया। बैठक सत्र में देश-विदेश के अभियंताओं, विशेषज्ञों, राज्य व केंद्र सरकार के अधिकारियों व अभियंत्रण संस्थान के प्रोफेसर के द्वारा सड़क, पुल, आपदा प्रबंधन एवं आधारभूत संरचना पर कई शोध प्रस्तुत किये गए।
अधिकारियों ने इस सत्र के दौरान राज्य व केंद्र सरकार की कई परियोजनाओं व नीतियों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा कर उसके आधार पर प्रायोगिक परियोजना के अधीन स्टडी किया गया और नई तकनीक द्वारा कार्य करने एवं अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करने का निर्णय लिया गया। निजी कंपनियों और सरकारी विभागों द्वारा इस प्रदर्शनी में कुल 96 स्टॉल्स लगाए गए थे, जिसके माध्यम से निर्माण और विनिर्माण क्षेत्र में विकसित आधुनिक उपकरणों, मशीनरी, तंत्र और नवीन तकनीकियों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी में बिहार के कई सफल मॉडलों और नीतियों को विभिन्न राज्यों द्वारा अपनाने की बात की गई। वहीं इस वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए प्रतिनिधियों द्वारा आनलाइन वोटिंग के जरिए नए वार्षिक सत्र के कॉउन्सिल का गठन किया गया, जिसमें इंजी. सीपी जोशी (पीडब्लूडीडी सचिव, महाराष्ट्र) को आईआरसी का प्रेसिडेंट चुना गया। वहीं इस कॉउन्सिल में बिहार से 3 स्थानीय अधिकारियों को भी चुना गया। अधिवेशन कार्यक्रम के अंत में प्रदर्शनी में स्टॉल्स लगाने वाले सभी प्रतिनिधियों को आईआरसी के द्वारा सर्टिफिकेट दिया गया।
इस चार दिवसीय कार्यक्रम के दौरान पूर्वी संस्कृति क्षेत्र के कलाकारों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी, जिसमें भारत के अलग-अलग राज्यों की संस्कृति आधारित संगीत एवं नृत्य को दर्शाया गया। कार्यक्रम में कलाकारों के द्वारा एक लघु नाटक का भी मंचन किया गया, जिसमें वैशाली, बिहार की सभ्यता को दिखाया गया। अधिवेशन कार्यक्रम के समापन के बाद प्रतिनिधियों ने पटना और बिहार की विभिन्न पर्यटकों और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। प्रतिनिधयों में से अधिकांश ने राजगीर, नालंदा, पावापुरी, बोधगया, वैशाली आदि के ऐतिहासिक स्थलों को देखने के लिए गए जबकि अन्य लोगों ने पटना और आसपास के विभिन्न दर्शनीय स्थानों का भ्रमण किया। वहीं अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर बनाए गए पटना में सरदार पटेल भवन, बिहार म्यूजियम, गंगा पर बनाये जा रहे पुल आदि को भी प्रतिनिधियों ने देखकर उसकी सराहना की।