‘आश्रम’ ने किया ढोंगी बाबाओं का ‘शुद्धिकरण’
डॉ. सत्यवान सौरभ
संवेदनशील मुद्दे पर बनी देश की पहली वेब सीरीज आश्रम 28 अगस्त को रिलीज हो चुकी है। इस सीरीज के जरिए निर्माता प्रकाश झा आधुनिक जमाने के बाबाओं और संत-महात्माओं की कहानी लोगों के सामने पेश किया है। इस सीरीज के जरिए बॉबी देओल भी डिजिटल डेब्यू कर गए हैं। वेब सीरीज में दिखाया गया है कि किस तरह एक बाबा आम लोगों से लेकर राजनीति के गलियारों तक अपना रसूख रखता है। बाबाओं को किस तरह हमारे देश में भगवान का दर्जा दिया जाता है। इस सीरीज में दिखाया गया है ढोंगी बाबाओं के द्वारा कैसे लड़कियों और औरतों के साथ होने वाले अत्याचार से लेकर उनकी रहस्यमयी दुनिया को उजागर करता है।
इस वेब सीरीज में बॉबी देओल बाबा निराला के रोल में नजर आये हैं। निराला को एक बड़े बाबा के रूप में दिखाया गया है, जिसका बड़ा साम्राज्य है, बड़े-बड़े नेता उसके आगे-पीछे घूमते हैं। वास्तव में ये वेब सीरीज देश के धर्मगुरुओं पर आधारित हैं। हमारे देश में बाबाओं की मायावी दुनिया हमेशा से रहस्यों से भरी रही है। लेकिन कई बार ऐसे उदाहरण भी सामने आए जब उन धर्मगुरुओं की काली दुनिया का सच लोगों के सामने आया तो लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई। बाबा निराला (बॉबी देओल) एक धर्मगुरु है, जिसके लाखों मानने वाले हैं। अपने श्रद्धालुओं में काशी वाले बाबा के नाम से मशहूर ये बाबा हजारों मासूम लोगों की श्रद्धा का फायदा उठा कर उनका सब कुछ हड़प चुका है। यही नहीं, पिछले तीन सालों में बाबा के आश्रम से नौ लड़कियां गायब हो चुकी हैं। वो कहां गईं, जिंदा हैं या मर गईं, ये कोई नहीं जानता।
ऐसी ही एक लड़की है पम्मी (अदिति पोहंकर) जो जातिगत भेदभाव के तनाव में शांति ढूंढने और कुछ करने के फेर में बाबा निराला के कहने पर उनके आश्रम का हिस्सा बन जाती है। पम्मी एक जुझारू युवा रेसलर है, जिसने आश्रम में आने से पहले भी जातिवादी ताकतों के खिलाफ आवाज उठायी थी और अपने परिवार को न्याय दिलाया था, पम्मी को न्याय दिलाने में बाबा निराला का अहम रोल था, जिससे प्रभावित होकर पम्मी बाबा की अनुयायी बन जाती है, साथ में पम्मी का भाई भी बाबा के शरण में कामधंधा करने लगता है। सीरिज की कहानी पम्मी से शुरू होती है। मगर जब उसे आश्रम में चल रहे गलत कामों के बारे में पता चलता है, तो वो बाबा का असली चेहरा दुनिया के सामने लाने की ठान लेती है। सीरीज में ‘शुद्धिकरण’ एक ऐसा शब्द है जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। बाबा के ‘शुद्धिकरण’ का मतलब पुरूषोर्त्थ से है।
कुल मिलाकर आश्रम वेब सीरीज में आस्था और विश्वास के साथ खिलवाड़ करने वालों का पर्दाफाश होते दिखाई देगा। इसलिए ऐसे लोगों ने इस वेब सीरीज के खिलाफ हिन्दू धर्म का सहारा लेकर इसे धर्म विरोधी जाहिर करने में जोर लगा दिया है मगर स्थिति को देखते हुए प्रकाश झा और बॉबी देओल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ‘आश्रम’ का डिस्क्लेमर शेयर किया है, जिसके साथ बॉबी देओल ने कैप्शन में लिखा है- ‘कृप्या ध्यान दें’, तो वहीं प्रकाश झा ने लिखा है- ‘सविनय निवेदन’ गौरतलब है कि आश्रम बेहद ही संवेदनशील मुद्दे पर बनी देश की पहली वेब सीरीज है।
इस वेब सीरीज में ऐसे धर्मगुरुओं को दिखाया गया है, जिन्होंने धर्म के नाम पर अलग-अलग तरीके से देश की जनता को ठगा है। अब ऐसे में दर्शकों को देश में हुई हाल ही की आसाराम, गुरमीत राम रहीम सिंह, नित्यानंद स्वामी और रामपाल जैसे ढोंगी बाबाओं की कहानी से सीखना चाहिए अन्यथा लोग यूं ही ठगी और महिलाएं शोषण का शिकार होती रहेगी।