BIHAR : अनंत पूजा की मंदिरों में रही धूम, पुरुष और महिलाओं ने बांह में धारण की अनंत डोर
पटना। सनातन धर्मावलंबियों के खास पर्व अनंत चतुर्दशी व्रत मंगलवार को चतुर्दशी की उदयातिथि मान व धनिष्ठा नक्षत्र में राजधानी समेत पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालु ने सृष्टिकर्ता निर्गुण ब्रह्म नारायण की भक्ति भाव से पूजा, दुखों से मुक्ति व सुखों की प्राप्ति के लिए प्रार्थना किया। दूध-दही, पंचामृत आदि से निर्मित क्षीरसागर में कुश के बने अनंत भगवान का मंथन कर, इसकी विधिवत पूजा हुई। श्रद्धालुओं में स्थानीय मंदिरों, शिवालयों तथा अपने घरों में क्षीर सागर में समुद्र मंथन कर अनंत पूजा कर कथा सुनी फिर चौदह गांठों वालो अनंत सूत्र धारण किया। कई श्रद्धालुओं से अपने घरों में भगवान सत्यनारायण की पूजा कर सप्ताध्यायी पौराणिक कथा का श्रवण किया। सीमित संसाधनों में लोग मास्क लगाकर पंडितों, ब्राह्मणों से कथा श्रवण कर अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना किए। अनंत पूजा करने के बाद अनंत डोर पुरुष अपने दाहिने हाथ के बांह पर और स्त्री बाएं हाथ की बांह में धारण की। शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार चौदह वर्षों तक यह व्रत करने से विष्णु लोक की प्राप्ति होती है।
धनिष्ठा नक्षत्र में पूरे दिन हुई अनंत पूजा
ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा शास्त्री ने बताया कि अनंत का त्योहार धनिष्ठा नक्षत्र में पूरे दिन मनाया गया। मंगलवार को श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु की पूजा कर मधुर पकवान में विभिन्न प्रकार के मिष्ठान, मालपुआ, खीर आदि का भोग अर्पित किया। धनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल होते हैं। मंगलवार दिन होने इसकी महत्ता और बढ़ गयी थी। इस नक्षत्र में भगवान विष्णु की पूजा करने से आरोग्यता, निरोग काया व प्रखर बुद्धि का वरदान मिलता है।
भगवान सत्यनारायण की हुई पूजा
केसरी नगर निवासी आदित्य अरव ने अपने आवास पर अनंत चतुर्दशी में मौके पर भगवान सत्यनारायण की पूजा कर कथा श्रवण उसके बाद हवन, पुष्पांजलि कर सपरिवार सुख-समृद्धि की कामना किए। उन्होंने बताया कि आज उनके पिता का जन्मदिन होने से उनकी उत्तम स्वास्थ्य, निरोग काया के संकल्प से भगवान नारायण की पूजा-अर्चना किया।
अनंत पूजा की मंदिरों में रही धूम
कोरोना काल में जहां अनलॉक चार की बात चल रही है। वहीं मंगलवार को मंदिर, शिवालयों में पंडित तथा श्रद्धालु मास्क पहन कर भगवान अनंत की पूजा कर पंडित से कथा सुन, अनंत डोर को धारण किए। सुबह से दोपहर तक मंदिरों में चहल पहल दिख रही थी। बोरिंग रोड, पानी टंकी स्थित शिव मंदिर में मंदिर के मुख्य पुजारी श्यामनंद झा ने मास्क धारण कर श्रद्धालुओं को अनंत भगवान की कथा का रसपान करा रहे थे।