December 22, 2024

खुशखबरी : अब बाहर जाने की जरूरत नहीं, पटना में शुरू हुई लीवर ट्रांसप्लांट ओपीडी

पटना (संतोष कुमार)। पटना और आसपास के रहवासियों को विश्वस्तरीय इलाज सुविधाएं मुहैया कराने के लिए नई दिल्ली आधारित बीएलके सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ने रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल में लीवर ट्रांसप्लांट ओपीडी सेवा की शुरूआत की घोषणा की। ओपीडी के दौरान करीब 100 से ज्यादा मरीजों के लीवर संबंधी बीमारी, हेपेटाइटिस बी एंड सी डिसआर्डर के लिए जांचा गया और बीएलके हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा परामर्श दिया गया।
लांच के दौरान पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बीएलके सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के एचपीबी सर्जरी व लीवर ट्रांसप्लांटेशन के डायरेक्टर व एचओडी डॉ. अभिदीप चौधरी ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक भारत में लीवर संबंधी बीमारियां मृत्यु का दसवां सबसे आम कारण है और सामाजिक स्तर पर इसके बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बीएलके हॉस्पिटल ने देश के बेहतरीन लीवर ट्रांसप्लांट सेंटर के रूप में स्थापित किया है। इस तरह की भागीदारी और पहल की मदद से अब बिहार के लोग भी इसका फायदा अपने शहर में ले पाएंगे। उन्हें अब बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें यहां विश्वस्तरीय सुविधाओं तथा विशेषज्ञता तक उनकी पहुंच आसान होगी। उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि ट्रांसप्लांट की पूरी प्रक्रिया में लगभग 4-6 माह का समय लगता है और इसके इलाज पर औसत खर्च 16 से 18 लाख रूपये का आता है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि लीवर ट्रांसप्लांट के मामले में यूएस के बाद भारत का दूसरा स्थान है। बिहार के 60 प्रतिशत मरीज इलाज के लिए दिल्ली का रूख करते हैं, जबकि 40 प्रतिशत मरीज दक्षिण भारत का। डॉ. चौधरी ने आगे कहा कि आज काफी संख्या में लोग यहां चेकअप कराने आए हैं। टेस्ट के रिजल्ट पर बात करते हुए डॉ. अभिदीप ने कहा कि हमने पाया है कि चेकअप कराने आए अधिकतर लोग लीवर और गैस्ट्रोइंटेस्टिनल डिसआर्डर और हाई सुगर से ग्रसित हैं। डायबिटीज और फैटी लीवर ये दोनों समस्याएं एक साथ होना अत्यधित घातक है।
वहीं बीएलके हॉस्पिटल, नई दिल्ली के एचपीबी सर्जरी और लीवर ट्रांसप्लांटेशन में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नितिन कुमार ने बताया कि ओपीडी में आने वाले लोगों को फास्ट फूड से दूर रहने, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, एक्सरसाइज, योग और स्वस्थ्य भोजन करने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि मोटापा भी लीवर संबंधित बिमारियों का मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि हेपिटाइटिस बी और सी का इलाज अब आसानी से और सस्ते में उपलब्ध है।
रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. सत्यजीत कुमार सिंह ने कहा कि हम बीएलके सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के साथ साझेदारी करके काफी खुश हैं। यहां के मरीजों के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों से परामर्श की सुविधा एक वरदान के जैसी है। पत्रकार वार्ता में रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल के मेडिकत डायरेक्टर डॉ. अनिल सिंह, अध्यक्ष डॉ. विभा, डॉ. दीपक, डॉ. संतोष, डॉ. अवनीश आदि मौजूद थे।

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